चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले के मंडल घाटी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एक रोचक घटना सामने आई है। दशौली विकासखंड की बणद्वारा ग्राम पंचायत में 23 वर्षीय नितिन सबसे कम उम्र के ग्राम प्रधान चुने गए हैं। यह फैसला टॉस के जरिए हुआ, क्योंकि नितिन और उनके प्रतिद्वंद्वी रविंद्र को मतगणना में बराबर 139-139 वोट मिले थे।पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान बणद्वारा में दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर देखी गई।
जब मतगणना पूरी हुई, तो नितिन और रविंद्र के वोट बराबर होने के कारण विजेता का फैसला टॉस के माध्यम से किया गया। टॉस में नितिन ने जीत हासिल की और वे ग्राम पंचायत के नए प्रधान बन गए।
उनकी इस उपलब्धि ने क्षेत्र में युवा नेतृत्व को बढ़ावा देने की उम्मीद जगाई है।नितिन की जीत ने स्थानीय लोगों, खासकर युवाओं में उत्साह पैदा किया है। उन्होंने मतदाताओं का आभार जताते हुए कहा कि वे गांव के विकास के लिए पूरी निष्ठा से काम करेंगे। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि युवा प्रधान के नेतृत्व में बणद्वारा में बुनियादी सुविधाओं और विकास कार्यों को नई गति मिलेगी।


