खण्ड शिक्षा अधिकारी से कई बार गुहार लगा चुके हैं अभिभावकमंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी से मिला अभिभावकों का प्रतिनिधि मंडल, खण्ड शिक्षा अधिकारी को दिए आदेशअल्मोड़ा, जागेश्वर।
सरकार जहां एक ओर उत्तराखण्ड के ग्रामीण अंचलों से पलायन रोकने, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ाने की बात करती रहती है। वही 70 साल पुराने प्राथमिक विद्यालय चमुवा के नौनिहाल वर्षो से शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। ऐसा नही है कि यहां छात्र संख्या कम हो या फिर अभिभावकों ने इस समस्या को अधिकारियों या जनप्रतिनिधियों के सामने नही रखा हो।
लेकिन बार बार लिखित और मौखिक रूप से गुहार लगाने के बावजूद रा प्रा वि चमुवा की अनदेखी की जा रही है, जिससे यहां पढ़ने वाले 35 बच्चों की पढ़ाई नही हो पा रही है। पलायन के इस दौर में जहां एक ओर दूर दराज इलाको के अधिकतर विद्यालयों में छात्र संख्या नाममात्र की रह गई है और हर विद्यालय में 2-2 अध्यापकों की तैनाती की गई है