गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के जैव विविवधता संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र द्वारा अल्मोड़ा के हवालबाग तथा ताकुला विकासखण्ड के विभिन्न गॉवों में औषधीय पादप प्रजातियों का वृहद वृक्षारोपण किया गया।
केन्द्र प्रमुख डा0 आई0डी0 भट्ट के दिशा निर्देशन में एक सप्ताह तक हुए इस आयोजन में बामनीगाड़, ज्योली, कनेली, बिसरा, कुज्याड़ी, कटारमल ग्रामसभाओं के 80 कृषकों को तेजपात, रोजमैरी, रधूतिया, बांज आदि प्रजातियों की लगभग 1500 पौध वितरित किये गए तथा औषधीय प्रजातियों की खेती से आजीविका वृद्धि के बारे में भी अवगत कराया गया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संचालित ’’एक पेड मां के नाम’’ मुहिम के अन्तर्गत संस्थान द्वारा चलाए जा रहे वृहत वृक्षारोपण कार्यक्रम के अन्तर्गत अल्मोडा जिले के विभिन्न ग्रामों में ग्रामीणों की सहभागिता से विभिन्न बहुउद्देशीय तथा औषधीय पौधे रोपित किया गये। यह अभियान दिनांक 27-07-2024 से 05-08-2024 तक चलाया गया। केन्द्र द्वारा संचालित परियोजनाओं ’’हिमालयी जैव विविधता को मुख्यधारा से जोड़ना’’ तथा औषधीय पौधो की खेती एवं संरक्षण से ग्रामीणों की आजीविका वृद्धि’’ के अन्तर्गत क्षेत्र के 8 गॉवों में कृषकों को औषधीय प्रजातियों की खेती को बढ़ावा देने तथा उसे आजीविका वृद्धि हेतु अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जिसके तहत इन गॉवों के कुल 175 कृषक (ग्राम ज्योली 44, कनेली 22, बिसरा 2 कुज्याड़ी 67 खरकुना 10, कटारमल 17 एवं बामनीगाड़ 12) परियोजना से जुड़े है। यह अभियान उपरोक्त वर्णित दो परियोजनाओं के अन्तर्गत संस्थान के वैज्ञानिक डा0 सतीष आर्य, डा० के०एस० कनवाल, डा० आशीष पांडे तथा डा0 सुबोध ऐरी के सहयोग से आयोजित किया गया जिसमें डा0 अमित बहुखण्डी, श्री दीप चन्द्र तिवारी, कु0 हिमानी तिवारी, श्री बसंत सिंह, श्री ललित मोहन तिवारी एवं कु0 हरिप्रिया आदि मौजूद रहे।