आध्यात्मिक प्रवास पर पहुंचे सिने अभिनेता रजनीकांत ने दूसरे दिन पांडवखोली स्थित महावतार बाबा की गुफा में ध्यान लगाया। वह गुफा में करीब एक घंटे तक रहे। गुफा के नीचे स्मृति भवन में पूजा-अर्चना की और आध्यात्मिक चिंतन किया।प्रकृति के बीच कुछ पल सुकून के साथ गुजारने के बाद रजनीकांत तरोताजा नजर आए।बुधवार की प्रात: योगदा आश्रम में भी करीब एक घंटे ध्यान लगाने के बाद वह पंतनगर को रवाना हो गए।

प्राकृतिक सौंदर्य को खूब निहारा 14 अगस्त को ऋषिकेश से द्वाराहाट पहुंचे रजनीकांत मंगलवार को योगदा बालकृष्णालय में स्वाधीनता दिवस मनाने के बाद पांडवखोली स्थित महावतार बाबा गुफा की ओर रवाना हुए। कुकुछीना से करीब दो किमी पैदल चलने के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य का खूब नजारा लिया।

महावतार बाबा की गुफा में करीब तीन घंटे का ध्यान लगाया। गुफा से बाहर निकल योगदा आश्रम के स्वामी केदारानंद से आध्यात्मिक चर्चा की। इस पैदल यात्रा के दौरान अपने प्रशंसकों से भी बड़ी आत्मीयता से मिले। प्रशंसकों से मिलने का सिलसिला कौला स्थित मित्र के आवास पर भी देर सायं तक चला।

जनपद के कई क्षेत्रों से आम और खास लोग अपने इस पसंदीदा कलाकार की झलक पाने के लिए द्वाराहाट पहुंचे। इस प्रवास के दौरान उनके मित्र बीएस हरि तथा केआर मूर्ति भी साथ रहे। बुधवार की सुबह योगदा आश्रम पहुंच सभी से मुलाकात की। एक घंटे करीब ध्यान लगाया। इसके बाद शीघ्र द्वाराहाट आने की बात कह सुपरस्टार पंतनगर की ओर रवाना हुए।

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