( शिक्षकों की जीत, एक प्रश्न छोड़ती घटना, क्या अनशन का इंतजार था, मुख्य शिक्षा अधिकारी अलमोडा़ को,?)
आखिर मुख्य शिक्षा अधिकारी शिक्षकों आगे झुक ही गये। आन्दोलनकारी शिक्षकों के आमरण अनशन पर बैठते ही मुख्य शिक्षा अधिकारी अलमोडा़ ने शिक्षकों की मांग मांगी, अनशनकारी शिक्षकों को जूस पिला समझौता किया । एक तरफ शिक्षकों की जीत तो हुयी लेकिन एक प्रश्न छोड़ती घटना, क्या अनशन का इंतजार था, मुख्य शिक्षा अधिकारी अलमोडा़ को,?। अगर यह निदान था तो ऐसी क्या स्थिति परिस्थिति रही ,जिनके चलते बात यहां तक पहुंच गई कि शिक्षक आमरण अनशन पर बैठने को विवश हुए। एक सूत्रीय पेंशन निर्धारण की मांग को स्वीकार करने पर यह आमरण अनशन समाप्त हो गया।आमरण अनशन की शुरुआत में अशासकीय माध्यमिक शिक्षक अल्मोड़ा जनपद के अध्यक्ष हीरा सिंह मेहरा ने सभी शिक्षकों को इस जीत पर बधाई देते हुए कहा यह संगठन की एकजुटता की जीत है.



