( शोध व कृषि विकास में सहायक होगी यह पहल)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा एवं कुमांऊँ विष्वविद्यालय, नैनीताल के मध्य शोध हेतु समझौता ज्ञापन पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के निदेषक डॉ लक्ष्मी कान्त एवं कुमांऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल के कुलसचिव श्री दिनेश चन्द्रा के मध्य शोध कार्य हेतु दिनांक 20 मई, 2024 को हस्ताक्षर किये गये।

इस समझौता ज्ञापनानुसार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के वैज्ञानिक तथा कुमांऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल के कृषि एवं कृषि वानिकी संकाय सदस्य संयुक्त रूप से अनुसंधान कार्य करेंगे। साथ ही इस संस्थान के जे. आर. एफ/ एस.आर.एफ./आर.ए./प्रोजेक्ट कार्यकर्ता कुमांऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल में पी0एच0डी0 कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे तथा कुमांऊँ विश्वविद्यालय के स्नाकोत्तर विद्यार्थी व शोधार्थी, जो इस संस्थान में शोध कार्य करना चाहेंगे, वे संस्थान के अधिदेशानुसार अपना शोध कार्य क्षेत्र चुन सकेंगे।

दोनों संस्थानों के हित में वैज्ञानिक एवं संकाय सदस्य एक दूसरे के संस्थान का भ्रमण करने के साथ-साथ शोध कार्यक्रम पर एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। साथ ही संस्थान के वैज्ञानिकों को विश्वविद्यालय सम्बन्धित विषयों पर व्याख्यान हेतु भी आमंत्रित कर सकेगा एवं संस्थान के वैज्ञानिक शोध छात्र के गाइड के रूप में भी कार्य कर सकेंगे।

कुमांऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल के स्नातक छात्र इस संस्थान में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (RAWE) कार्यक्रम, प्रशिक्षण इत्यादि भी कर सकेंगे। इस अवसर पर संस्थान की ओर से प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार, डॉ निर्मल कुमार हेडाऊ तथा कुमांऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल की ओर से संकायाध्यक्ष, कृषि एवं कृषि वानिकी संकाय प्रोफेसर जीत राम एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ महेन्द्र सिंह राना जी उपस्थित रहे। आशा है कि इस समझौते से दोनों संस्थानों को लाभ होगा।

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