मेडिकल कॉलेज में शनिवार से अल्ट्रासाउंड करने वाला कोई नहीं होगा। यहां तैनात 14 चिकित्सकों का बांड खत्म होने से मरीजों के साथ ही कॉलेज प्रबंधन की दिक्कत बढ़ गई है।एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट का बांड खत्म होने से यहां अल्ट्रासाउंड नहीं हो सकेगा।

सभी चिकित्सकों की बांड की अवधि समाप्त पहले से ही विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए 14 चिकित्सकों की तैनाती बांड पर की गई थी। शुक्रवार को सभी चिकित्सकों की बांड की अवधि समाप्त हो गई है और अब वे यहां से रवाना होंगे, जिनमें एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट भी शामिल हैं। ऐसे में शनिवार से यहां अल्ट्रासाउंड सहित अन्य स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ठप हो जाएंगी, जिसकी मार मरीजों को सहनी पड़ेगी। अब ऐसे में अल्ट्रासाउंड सुविधा सुचारू करने के लिए कॉलेज प्रबंधन स्वास्थ्य विभाग का मुंह ताकने के लिए मजबूर है। वहीं अन्य स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को भी अंजाम तक पहुंचाना कॉलेज प्रबंधन के लिए चुनौती होगा।

मेडिकल कॉलेज में 90 फैकल्टी की जरूरत है लेकिन इसके संचालन के दो साल बाद भी यहां पर्याप्त फैकल्टी की व्यवस्था नहीं हो सकी है। वर्तमान में यहां महज 54 फैकल्टी तैनात है। अब इन बांडधारी चिकित्सकों के जाने से इसकी भारी कमी होगी।

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