जोशीमठ– मलारी मार्ग पर पैदल आवाजाही के लिए वैकल्पिक रास्ता तैयार कर लिया है। रास्ता बनने से करीब 20 सीमावर्ती गावों में कनेक्टिविटी स्थापित हो गई है, वैकल्पिक काउजवे बनाकर अब बाद यहां वाहनों का भी आवागमन शुरू कर दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि प्रतिकुल मौसम की मार झेल रहे जोशीमठ-मलारी हाईवे पर सोमवार शाम ग्लेशियर टूटने के बाद आये जुम्मा नाला में उफान एवं चट्टानी स्खलन के कारण पुल को क्षति पहुंची थी, जिसके बाद से क्षेत्र के नीती, मलारी, जेलम, बाम्मा सहित सीमावर्ती गांवों के लोगों के साथ चीन सीमा पर तैनात सेना की इकाइयों की आवाजाही ठप हो गई थी।
Advertisement
बीआरओ ने मंगलवार को ही यहां रास्ता बनाने का काम शुरू कर दिया था अब बैकल्पिक अस्थायी रास्ता तैयार कर लिया गया है जिससे स्थानीय लोगों के साथ सेना के जवानों ने भी पैदल आवागमन प्रारंभ कर दी है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement