*

Advertisement

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने उच्च न्यायालय के आदेश के बाद चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पार्टी को अपने वाहनों से प्रचार का मौक़ा मिला है जिसके लिए वे उच्च न्यायालय का आभार व्यक्त करते हैं।

उपपा अध्यक्ष ने कहा कि ज़िला निर्वाचन अधिकारी ने उनकी प्रत्याशी किरन आर्या द्वारा 13 अप्रैल को निर्वाचन अधिकारी के नोटिस का प्रत्युत्तर हिसाब किताब का पूरा ब्यौरा उन्हें भेज दिया था लेकिन जानबूझ कर उनके इस स्पष्टीकरण पर निर्णय न लेने के कारण उत्तराखंडी अस्मिता के लिए संघर्षरत, सीमित संसाधनों वाली उनकी पार्टी को चुनावी समर में चार दिन तक प्रचार से रोका गया जिससे क्षेत्रीय पार्टियों की एकमात्र महिला प्रत्याशी किरण आर्या को प्रचार में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

उपपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त माननीय व्यय प्रेक्षक को फोन द्वारा पार्टी प्रत्याशी की स्थिति से अवगत कराने का प्रयास किया किंतु माननीय व्यय प्रेक्षक ने सूचना होने के बावजूद उनका फोन उठाना उचित नहीं समझा जबकि उनका फोन नंबर चुनाव आयोग की ओर से सार्वजनिक किया गया है।

उपपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी प्रत्याशी को इसके चलते उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश के बाद पार्टी के वाहनों को अनुमति प्रदान कर दी है जिसके लिए उन्होंने निर्वाचन अधिकारी का आभार व्यक्त किया। उपपा ने कहा कि उनकी पार्टी समझती है कि चुनाव प्रक्रिया में व्यापक बदलाव होने चाहिए उत्तराखंड जैसे क्षेत्रों की स्थितियों को ध्यान में रखने की जरूरत है।

साथ ही उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की प्रत्याशी व केंद्रीय अध्यक्ष के साथ पार्टी की अनेक टोलियों ने अपने-अपने क्षेत्र में सघन जनसंपर्क एवं नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से उत्तराखंड की अवधारणा को बर्बाद करने वाले राष्ट्रीय दलों के खिलाफ क्षेत्रीय दलों को मजबूत करने की अपील की।

उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने शिखर तिराहे, लक्ष्मेश्वर, धार की तुनी, दूध डेयरी, एनडीडी, मकेड़ी, धारानौला, राजपुरा, ऑफिसर कॉलोनी, दुगलखोला, कर्बला, माल रोड, पांडे खोला, कर्नाटक खोला, खत्याड़ी, बेस अस्पताल से लोधिया तक एकमात्र महिला प्रत्याशी किरन आर्या ने सघन प्रचार कर समर्थन देने तथा नुक्कड़ सभाएं कर जनता से स्वयं के साथ न्याय करने की की अपील की।

इस दौरान जगदीश ममगई, भावना पांडे, राजू गिरी, सक्षम पांडेय, मोहम्मद साकिब, एडवोकेट वंदना कोहली आदि लोग शामिल थे। पार्टी प्रत्याशी किरन आर्या ने अपने गृह क्षेत्र कठपुड़िया, द्वारसों, खौड़ी, मनबजूना, उरौली, सुमोली, भैसौड़ी, हरड़ा, बेड़ गांव, काकड़ीघाट तक जनसभाएं की।

किरन ने कहा की उत्तराखंड की क्षेत्रीय पार्टियों के प्रचार को सुनियोजित रूप से कमजोर करने का प्रयास किया गया जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के विचार में आचार संहिता उल्लंघन को नज़र अंदाज़ किया जाता रहा है। जिसके कारण लोगों में रोष व्याप्त है उन्होंने चुनाव आयोग से इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

Advertisement
Ad Ad Ad
Advertisement
Advertisement
Advertisement