( खून नलियों में बहना चाहिए नालियों में नहीं,मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, व समाज की कोई जाति धर्म नहीं होता की कहावत को हल्द्वानी के युवाओं ने कर दिखाया है।)

सर्वविदित है कल की बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने को लेकर हुयी घटनाक्रम ने हल्द्वानी का माहौल खराब हो गया। वर्तमान में हल्द्वानी का एक हिस्सा उपद्रव का शिकार, एक और जँहा कानून व्यवस्था भंग हो गयी है तो वंही इस उन्माद में पुलिस कर्मचारियों सहित नगर निगम के कर्मचारी एवं स्थानीय निवासी तथा रहगुजार गंभीर रूप से घायल हुए हैँ। वर्तमान में घायलों व रोगियों को रक्त की आवश्यकता को देख हल्द्वानी के कुछ समाजिक संगठन व युवा ने रक्तदान कर जनमानस से रक्तदान की अपील की है, ताकि खून की कमी से किसी की जान न जाने पावे।

रक्तदान की इस अपील ने महत्वपूर्ण नारे को चरितार्थ कर दिया है”खून नलियों में बहना चाहिए, नालियों में नहीं।साथ ही कहा गया हैपूर्व से ही हल्द्वानी के समस्त ब्लड बैंकों में नेगेटिव ब्लड की कमी थी ऊपर से इस आकस्मिक विपदा से रक्त संबधी घोर संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसे में हल्द्वानी के जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य निभाते हुए अमन एवं शांति व्यवस्था कायम रखते हुए जो घायल हैँ गंभीर रूप से उनके प्रति रक्तदान करते उनके जीवन की रक्षा का दायित्व लें।

💐💐इस अपील के चलते कल रात प्रीति श्रीवास्तव जी राकेश रावत जी सूरज जोशी जी अखिलेश वरियाल जी धीरज जोशी जी मुन्ना दुर्गापाल जी ने A-ve B-ve Ab-ve O-ve ब्लड रक्तदान किया। परिस्थितियों ने यह बता दिया है, विकास के नाम पर कहीं विनाश तो नहीं हो रहा। बार बार नगर निगम, जिला प्रशासन व न्यायिक एजेन्सी के हस्तक्षेप व वार्ता पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही पर मौके पर ऐसा क्यों हुआ। उपद्रवी इस प्रकार की घटनाओं से समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं? बहुत सवाल है, जिनका फिलहाल कोई जवाब नहीं है, हो सकता है, आने वाला वक्त खुद दे दे।

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