उत्तराखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश नेता उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि मोदी सरकार कही ना कही जनता को गुमराह करने का काम कर रही है।ठीक लोकसभा चुनाव से पहले रसोई गैस में एक सौ रूपये कम करने एवं उसके एक हफ्ते बाद पेट्रोल डीजल के दामों में दो दो रुपए कम करना कही ना कही चुनावी खेल मात्र है।
पिछले लोकसभा चुनाव के समय गैस सिलेंडर की कीमत सात सौ कै आसपास थी जिसे बढ़ाकर ग्यारह सौ रूपए से अधिक कर दिया गया।अब जब पुनः लोकसभा चुनाव सामने आये तो चुनाव से ठीक एक महीना पहले सौ रूपये की मामूली कटौती कर ऐसा दिखाने की कोशिश की जा रही है जैसे स्वर्ण कमल जनता के हाथ में रख दिया हो। उन्होंने आगे कहा कि यूपीए सरकार में 60 रूपये लीटर बिकने वाला पेट्रोल भाजपा सरकार में 98 रूपये लीटर तक पहुंच गया।डीजल का मूल्य दोगुना हो गया जिससे दैनिक उपभोग की सभी वस्तुएं महंगी हो गयी।
जनता पिछले दस वर्षों से महंगाई से त्राहिमाम कर रही है और जब लोकसभा चुनाव सर पर हैं तो दो रूपये की बेहद मामूली घटोत्तरी सरकार द्वारा पेट्रोल डीजल की कीमतों में कर अपनी पीठ थपथपाने का कार्य किया जा रहा है जो हास्यास्पद है। , भाजपा आज जनता की राय लेकर चुनावी घोषणापत्र बनाने की बात कर रही है जो जनता के साथ एक बार पुनः छलावा है।
उन्होंने कहा भाजपा अपने पुराने घोषणा पत्र को गौर से देखें जिसमें उसने युवाओं को प्रतिवर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था लेकिन वो वादा केवल सरकार सपना साबित हुआ।दो करोड़ रोजगार देने वाली इस सरकार में कोरोना काल में करोड़ों लोगों की नौकरी चली गयी।अगर आज देखा जाए तो बेरोजगारी उत्तराखंड सहित पूरे भारत में अब तक के सबसे शीर्ष स्तर पर है। उन्होंने कहा भाजपा सरकार महंगाई और बेरोज़गारी को रोकने में पूर्णतः असफल साबित हुई है। भाजपा मध्यमवर्गीय और गरीब की नहीं बल्कि केवल पूंजीपतियों की सरकार है।
उन्होंने कहा आज के इस महंगाई के दौर में दो रूपये की कोई अच्छी टाफी तक नहीं आती और सरकार पेट्रोल डीजल में दो रुपये कम करके सोच रही है कितनी बड़ी राहत उसने जनता को दे दी है। उन्होंने कहा इस बार जनता समझ चुकी है और आने वाले लोकसभा चुनाव मे भाजपा को इसका करारा जवाब देगी।