एशिया के शीर्ष बागानों में शुमार एप्पल गार्डन जल्द ही प्रसिद्ध चौबटिया की हार्टी टूरिज्म से तस्वीर बदलेगी। इस बागान को हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके बाद पर्यटक यहां के फल परिक्षेत्र तक घूमकर विभिन्न फलों के साथ फूलों की विविध प्रजातियों का करीब से दीदार कर सकेंगे।

 

बागान के बीच ईको फ्रेंडली हट बनेंगे। आसपास के क्षेत्र में पर्यटकों को पर्वतारोहण और अन्य साहसिक गतिविधियों की सुविधा मिलेगी, यह बात कही यहां पहुंचे प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने। उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन को बढ़ावा देना योजना का उद्देश्य है। हार्टी टूरिज्म से इस सेब बागान को नई पहचान मिलेगी।

शनिवार को प्रदेश के कृषि मंत्री चौबटिया फार्म पहुंचे और निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस बागान का इतिहास पुराना है। यहां के रिसर्च सेंटर में हुए शोधों को अन्य प्रदेशों ने अपनाकर तरक्की के रास्ते मजबूत किए हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इसे हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही अधिकारियों के साथ वार्ता की जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार होगा। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इससे संबंधित गतिविधियों को लेकर भी योजना तैयार होगी।

वहीं काश्तकारों की आजीविका बढ़ाने के लिए फलों की उच्च गुणवत्ता की पौध तैयार की योजना को बल दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने बागान में सेब, पुलम, आडू सहित अन्य फलों की नई प्रजातियों के पौधों के बारे में जानकारी लेते हुए सेब के ग्लैन्डल्यूमेगा इंटर स्टॉक जिन्वा-11 प्रजाति के पौधे का रोपण किया।🔹रास्ता खोलने के लिए सेना के साथ होगी वार्तास्थानीय लोगों ने कृषि मंत्री गणेश जोशी के सामने सेना की तरफ से चौबटिया फार्म और इसके आसपास क्षेत्र में आवाजाही का रास्ता बंद करने का मामला उठाया। इस पर उन्होंने सेना के संबंधित अधिकारियों से वार्ता करने का आश्वासन दिया। कहा कि लोगों की परेशानी का हल निकाला जाएगा। इस दौरान लोगों ने लिंक मार्ग निर्माण का सुझाव दिया।

चौबटिया फार्म के उद्यान अधीक्षक डॉ. ब्रजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि फार्म में खुबानी की दो प्रजातियां बोलेरो और रुबेली विकसित की जा रही है। इस प्रजाति के 72 पौधे रोपे गए हैं। बताया कि यह प्रजाति प्रदेश में पहली बार विकसित हो रही है। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने यहां सेब की गेलेंट ल्यूमागा, रेड लव, गाला नोर्गे, कैंडी फ्यूजी, लेडी इन रेड सहित अन्य प्रजाति विकसित होने पर खुशी जताई। कहा इसका लाभ प्रदेश के काश्तकारों को मिलेगा।🔹यह लोग रहे मौजूद इस मौके पर संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन, अपर निदेशक आरके सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष रानीखेत लीला बिष्ट, नगर अध्यक्ष मनीष चौधरी, कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष मोहन नेगी, डीडीओ एसके पंत, मुख्य कृषि अधिकारी डी कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी सतीश शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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