कुमाऊं मंडल आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि मेले में यात्रियों की सुरक्षा के साथ ही उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करना तथा मेला क्षेत्र में बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना है। इस हेतु उन्होंने सभी प्रकार के टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिये। आयुक्त ने संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगवाने के साथ ही श्रद्वालुओं के लिए शौचालय, मन्दिर के मुख्य मार्गों पर डस्टबिन भी लगाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि पूर्णागिरी मेले में आने वाले श्रद्वालुओं द्वारा जिन मोटर मार्गों का इस्तेमाल किया जाता है उन मार्गों में दुर्घटना सम्भावित, ब्लाक स्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित कर मरम्मत कार्य मेला प्रारम्भ होने से पूर्व किया जाए। उन्हांंने कहा कि मेला परिसर में हैल्थ कैम्प लगाने के साथ ही बुजुर्गों हेतु मार्गो पर स्ट्रक्चर भी रखने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि मन्दिर परिसर के अन्तिम छोर में रैलिंग को भी चैक करने के निर्देश दिये साथ ही कहा कि अधिकांश लोग रैलिंग के सहारे जाते हैं इसलिए रैलिंग मजबूत हो। उन्हांने कहा कि मार्ग में लाइटिंग, पेयजल, शौचालय, स्नानागार, आवास, स्वास्थ्य, संचार आदि की व्यवस्था पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने बताया कि मेले की सभी व्यवस्थायें कर दी है। उन्होंने कहा कि मेले हेतु अतिरिक्त फोर्स की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि पार्किंग,विद्युत,साउन्ड सिस्टम,सीसीटीवी कैमरे,साफसफाई आदि के सभी के टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। मेले में हैल्थ कैम्प हेतु 8 फार्मेसिस्टों की तैनाती के साथ ही 5 हैल्थ कैम्प की स्थापना कर दी है। उन्हांने कहा कि मेले के मानिटरिंग हेतु कन्ट्रोल रूम ठूलीगाड़ में बनाया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि मेले को संपन्न कराए जाने हेतु एसडीएम टनकपुर को मेला मजिस्ट्रेट तथा अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
मेले के दौरान श्रद्धालुओं आदि के ठहरने हेतु क्षेत्र के सभी विश्राम गृहों को आरक्षित किया गया है।डीआईजी डा0 योगेन्द्र रावत ने बताया कि मेला प्रारम्भ होने से पूर्व दुर्घटना न्यून हो इसके लिए अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जायेगी। उन्होंने कहा शीघ्र ही उनके व आयुक्त के द्वारा संयुक्त रूप से पूर्णागिरी मेले का स्थलीय निरीक्षण भी किया जायेगा। ।