*(ऐतिहासिक नगर अल्मोडा की ज्वलंत समस्याओं का समाधान करे सरकार-बिट्टू कर्नाटक, समाधान ना होने पर दी 31 मार्च के बाद उग्र आन्दोलन एवं चक्काजाम की चेतावनी*)
अल्मोड़ा- जन सरोकार से जुड़े उत्तराखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने हमारे द्वारा प्रचारित अल्मोड़ा मुख्यालय के शिखर चौराहे से लक्ष्मेश्वर बाईपास तक रोड़ की दयनीय दशा की खबर का संज्ञान ले,तुरंत जन समस्यों के निराकरण कराने हेतु आर पार की टक्कर का समयबद्ध आयोजन बना लिया, उन्होंने आज प्रेस वार्ता में बताया कि अल्मोड़ा की ज्वलंत समस्याओं की ओर सरकार तथा विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अल्मोडा विधानसभा के अन्तर्गत खत्याडी से मेडिकल कालेज,गरगूढ से स्यालीधार,चौसली-कोसी, बाडेछीना-षेराघाट,गैराड से कलौन (धौलछीना),बेतालेश्वर-स्यालीधार,लोधिया-चौमू-कपिलेश्वर,खूंट-ज्योली-बसर तथा हरडा -शीतलाखेत, नौला-रैखलधार के बदहाल मार्ग सुधारीकरण/मरम्मत/डामरीकरण की प्रतीक्षा में है।श्री कर्नाटक ने कहा कि विशेषकर अल्मोडा के आन्तरिक मार्गो की स्थिति आज दयनीय दशा में है चाहे वह राष्ट्रीय राजमार्ग हो या लोक निर्माण विभाग की सडकें हों।
साथ ही तीनों सम्पर्क/लिंक मार्ग जिनमें मुख्यतः गैस गोदाम-अपर माल रोड सम्पर्क मार्ग,विगत पांच वर्षो से रानीधारा सम्पर्क मार्ग,रानीधारा-पनिउडियार मार्ग तथा एन.टी.डी.से धार की तूनी वाले सम्पर्क मार्ग की स्थिति अत्यन्त भीषण है।मार्ग क्षतिग्रस्त होने के साथ ही मार्ग में जगह-जगह लोहे की सरिया बाहर को निकली हुई है और गढ्ढे तक पाटे नहीं गये हैं।
श्री कर्नाटक ने कहा कि एन.टी.डी.से धार की तूनी वाले सम्पर्क मार्ग पर भाजपा के जिला कार्यालय के पास वाली सड़क की स्थिति अत्यन्त दयनीय है।सरकार अपने कार्यालय के पास की सड़क का सुधारीकरण नहीं कर पा रही है यह सोचनीय विषय है । खस्ताहाल सड़क के कारण कई दुर्घटनायें हो चुकी हैं तथा गर्भवती महिलाओं एवं गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।यही स्थिति अल्मोडा नगर में सीवर लाईन निर्माण की है।फेस दो का जो सीवर लाईन का कार्य चल रहा है वह लगातार संदेह और शक के दायरे में है।बाहर से आये लोग यहां सीवर लाईन का कार्य अपने मनमाने तरीके से कर रहे हैं।सीवर लाईन डालने वाले ठेकेदार के कारिदों द्वारा हमारे स्थानीय एक युवक को ट्रौली से कुचल दिया गया किन्तु ठेकेदार के कान में जू तक नहीं रैंगी और विभाग आज तक सोया है।
ऐतिहासिक नगर का मुख्य मार्ग माल रोड जो अल्मोडा का हदय है जाखनदेबी के पास दयनीय स्थिति में है जिसके कारण स्थानीय व्यापारियों का व्यापार समाप्त हो गया है।इस मार्ग में लगातार धूल उड़ रही है और हल्की वर्षा होने पर भी मार्ग में अत्यधिक कीचड़ होने से अनेक दुर्घटनायें हो गयी हैं।वर्तमान में मंत्री/सांसद/विधायक /अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि इसी मार्ग से जाते हैं किन्तु उनका ध्यान इस ओर नहीं है।ऐसा लगता है कि अल्मोडा के विकास कार्यो से इनका कोई लेना-देना नहीं है।श्री कर्नाटक ने बताया कि अल्मोडा के 39 नालों के सुधारीकरण/मरम्मत हेतु सरकार द्वारा 20 करोड रूपया सिचाई विभाग को दिया गया था किन्तु खेदजनक स्थिति है कि आज तक दस प्रतिशत कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया है।
इसके अतिरिक्त पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा लोधिया में एक फूड क्राफ्ट संस्थान स्वीकृत किया गया था जहां युवाओं के स्वरोजगार सम्बन्धी कोर्स प्रारम्भ किये जाने थे ताकि युवाओं को पर्यटन एवं होटल प्रबन्धन व्यवसाय में रोजगार उपलब्ध कराया जा सके किन्तु वर्तमान सरकार की उदासीनता के चलते विगत दस वर्षो में भी इस संस्थान का न तो कार्य पूर्ण हो पाया और न ही यह केन्द्र संचालित हो पाया।उन्होने खेद व्यक्त किया कि लम्बे समय से जनहित के मुद्दों पर सरकार ,विभाग एव जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हैं।
वर्तमान सरकार एवं विभागीय अधिकारियों को जनता से कोई लगाव नहीं रह गया है वे जनता को छलने के लिये केवल कोरे भाषण,नारों तक सीमित हैं।जनता आज त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है। इनकी चुप्पी को तोड़ने एवं इन्हें जगाने के लिये उन्होंने कहा कि अब यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
श्री कर्नाटक ने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि 31 मार्च 2024 तक तीनों सम्पर्क/लिंक मार्ग गैस गोदाम-अपर माल रोड ,रानीधारा सम्पर्क मार्ग,रानीधारा-पनिउडियार तथा एन.टी.डी.से धारकीतूनी वाले सम्पर्क मार्ग ,सीवर लाईन का कार्य,नालों तथा फूड क्राफ्ट संस्थान का कार्य पूर्ण नहीं किया जाता है तो उन्हें स्थानीय जनता के साथ बाध्य होकर सभी कार्यालयों में प्रथम चरण में धरना-प्रदर्शन ,द्वितीय चरण में तालाबन्दी एवं तृतीय चरण में आमरण अनशन के साथ ही चक्का जाम करने को बाध्य होना पडेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी सरकार एवं विभागों की होगी।