( जागेश्वर धाम में भीड़ के चलते यातायात व्यवस्था चरमरायी दुकानदार व भक्तों को हुयी परेशानी, प्रशासन की अव्यवस्था हुयी उजागर)
विगत दिवसों में लगातार अवकाश होने के कारण उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों व श्रृद्धालुओं का आवागमन काफी बढ़ गया। कुमाऊं में नैनीताल, श्री कैंची धाम, जागेश्वर धाम आदि आदि पर्यटन व धार्मिक आस्था के केंद्र बिंदु हैं। तीनों जगह अत्यधिक दबाव हो गया है, दो दो तीन तीन घंटों का जाम आम हो गया है, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के प्रयास व पहल समस्या के आगे बोने प्रतीत हो रहे हैं।
गर्मी के सीजन में यातायात जाम, और व्यवस्था काफी प्रभावित होती जा रही है, ये समस्या कम होने के बजाय बढ़ रही है। वीक एंड में नैनीताल व कैंची धाम ( नीब करौली महाराज के विश्व प्रसिद्ध मंदिर) पर जाम व यातायात व्यवस्था व अन्य सुविधाएं को लेकर नैनीताल जनपद पुलिस सक्रिय हो समस्यायों से निजात पाने में लगी है, लेकिन समस्यायों का स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है।
अब इस समस्या से अलमोडा़ जनपद भी अछूता नहीं रहा है। कैंची धाम से पर्यटक व श्रृद्धालुओं ने जागेश्वर धाम को भी अपनी यात्रा में शामिल कर लिया है, चूंकि हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री मोदी जी का जागेश्वर धाम मंदिर कारिडोर एक ड्रीम प्रोजेक्ट है।
विगत दिवस तीन दिन की लगातार छुट्टी से पर्यटक व श्रृद्धालुओं का आवागमन अलमोडा़ जनपद में भी काफी रहा, जिसका असर जागेश्वर धाम पर भी देखने को मिला भीड़ के चलते मंदिर परिसर में अव्यवस्थाएं, कार पार्किंग में, यातायात व्यवस्था में कोई नियंत्रण नहीं, आरतोला क्षेत्र में पार्किंग व आरतोला से जागेश्वर धाम तक शटल बस सेवा आदि आदि की घोषणा धरातल पर व्यवस्थित नहीं दिखायी दी गयी।
इतना ही नहीं स्थानीय दुकानदारों व नागरिकों में भी रोष व असंतुष्ट होने के समाचार है।इन सब के चलते आने वाले गर्मी के मौसम में पर्यटकों व श्रृद्धालुओं को सुविधाएं प्रदान करना, यातायात व्यवस्था आदि आदि पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को एक बहुत बड़ा होमवर्क कर धरातल पर क्रियान्वयन कराना आवश्यक है ताकि यातायात, पार्किंग, पूजा अर्चना, व व्यवसाय आदि पर कोई विपरीत असर न पड़े, और पर्यटक, व श्रृद्धालु कुमाऊं की सुखद, आनंदित, व अविस्मरणीय संस्मरण के साथ साथ बार बार यात्रा करने हेतु लालायित रहें


