( स्थायी समाधान न मिलने पर व्यापारी आंदोलन तेज करेंगे सुशील साह)

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प्रांतीय उधोग व्यापार मंडल अल्मोड़ा द्वारा आज क्वारब मार्ग को लेकर एक प्रेस वार्ता /बैठक की गई, जिसमें व्यापार मंडल अल्मोड़ा द्वारा शासन प्रशाशन से क्वारब राष्ट्रीय मार्ग को सभी वाहनों के लिए 24 घंटे खोलने और स्थाई समाधान की मांग की , व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुशील साह ने बताया कि क्वारब मार्ग को सभी वाहनों को आगे भी सुचारू रूप से खोले जाने को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जा रहा है, यह आंदोलन अल्मोड़ा,बागेश्वर, पिथौरागढ़ की आमजनता की सबसे बड़ी पीड़ा को शीघ्र अति शीघ्र दूर करने के लिए किया जा रहा है, इस मार्ग के कारण पूरे कुमाऊं का ट्रांसपोर्ट टूरिज्म व्यापार सब खत्म हो गया है इतना प्रभावित आम जनमानस कोरोना मै नहीं हुआ जितना क्वारब मार्ग के कारण हो रहा है,कोव्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुशील साह ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग होने के बावजूद भी सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है जब पैसा भरपूर है तो क्यों नहीं ज्यादा जेसीबी लगाकर उसका ट्रीटमेंट किया जाए, जिला व्यापार के महामंत्री भैरव गोस्वामी ने कहा कि बार बार क्वारब बंद होने से महंगाई चरम पर है जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन और सरकार की है आमजनमानस एक साल से क्वारब के कारण त्रस्त है, व्यापारी और यात्रियों के अलावा स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं और शिक्षा संबंधी सेवाएं प्रभावित हो रही है हम व्यापारी हित और आमजनमानस की लड़ाई मै अंतिम छोर तक साथ खड़े रहेंगे, इस पीड़ा को अनदेखा नहीं किया जा सकता, व्यापार मंडल के कार्यकारी जिला अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि क्वारब रोड को बार बार बंद करने से ट्रांसपोर्ट का भाड़ा 100 रुपए प्रति कुंटल बढ़ गया है जिसका प्रभाव आम जनमानस पर पड़ रहा है और सरकार ओर सरकार के नुमाइंदे इसे अनदेखा कर रहे है, त्योहारी सीजन दीपावली को देखते हुए इसका स्थाई समाधान किया जाए, जनता ज्ञापन सौंपते सौंपते थक गई है**********************आज के निर्णय ****************प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल, अल्मोड़ा, ने दिनांक 18 सितंबर 2025 को एक विस्तृत प्रेस वार्ता आयोजित की।

इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य क्वारब राष्ट्रीय मार्ग (NH-109) की लगातार बिगड़ती स्थिति, बार-बार यातायात अवरोध, और इसके कारण जनजीवन पर पड़ने वाले गहरे प्रभावों को प्रशासन और शासन तक गंभीरता से पहुँचाना था> “क्वारब मार्ग केवल एक सड़क नहीं है। यह हमारे पूरे कुमाऊँ क्षेत्र की अर्थव्यवस्था, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की धड़कन है। लेकिन आज यह धड़कन लगातार रुक रही है, और सरकार केवल आश्वासन दे रही है। अब जनता के सब्र का बाँध टूट चुका है।”2. समस्या की पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति(क) भूस्खलन और मार्ग अवरोधपिछले एक वर्ष से क्वारब मार्ग पर लगातार भूस्खलन और मलवा गिरने की घटनाएँ हो रही हैं।बरसात के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है, जिसके कारण मार्ग कई-कई दिनों तक बंद रहता है।

रात के समय यातायात पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाता है, जिससे आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं पर गहरा असर पड़ता है।(ख) व्यापार और पर्यटन पर असरमाल ढुलाई में देरी के कारण व्यापारिक गतिविधियाँ ठप हो गई हैं।पर्यटन क्षेत्र, जो कुमाऊँ की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है, पर इसका सीधा नकारात्मक असर पड़ा है।दीपावली और अन्य त्योहारों के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी बाधित हो रही है।(ग) शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभावछात्र-छात्राओं को समय पर विद्यालय और विश्वविद्यालय पहुँचने में कठिनाई होती है।मरीजों को समय पर अस्पताल ले जाने में गंभीर चुनौतियाँ आती हैं।3. विभागवार तथ्य और आंकड़ेविभाग / क्षेत्र प्रभावित स्थिति और तथ्यसड़क विभाग / NH प्राधिकरण बार-बार भूस्खलन रोकने हेतु स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए।परिवहन विभाग ट्रांसपोर्ट का भाड़ा ₹100 प्रति क्विंटल तक बढ़ चुका है।पर्यटन विभाग 40% तक पर्यटक आवागमन प्रभावित; होटलों की बुकिंग रद्द हो रही हैं।शिक्षा विभाग कई विद्यालयों और कॉलेजों की उपस्थिति में 25% तक गिरावट दर्ज।स्वास्थ्य सेवाएँ आपातकालीन सेवाएँ बाधित; एम्बुलेंस मार्ग में फँसने की घटनाएँ सामने आईं।4. व्यापार मंडल की विस्तृत मांगें1. मार्ग का 24 घंटे संचालन:सभी प्रकार के वाहनों के लिए क्वारब मार्ग को निरंतर रूप से खुला रखा जाए।

आपातकालीन स्थितियों के लिए विशेष प्रोटोकॉल तैयार हो।

2. स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम:रिटेनिंग वॉल का निर्माणढलानों का सुदृढ़ीकरणभूस्खलन रोकने के लिए वैज्ञानिक तकनीक का उपयोग3. मशीनरी और संसाधनों की बढ़ोतरी:कम से कम 6 जेसीबी और अन्य आधुनिक मशीनों को निरंतर कार्य पर लगाया जाए।मलवा हटाने का कार्य 24×7 जारी रहे

।4. पारदर्शिता और जवाबदेही:विभागीय कार्यों की मासिक समीक्षा हो।ठेकेदारों की गुणवत्ता जांच की जाए।

5. त्योहारी सीजन से पहले समस्या का समाधान:दीपावली और शीतकालीन पर्यटन सीजन को ध्यान में रखते हुए कार्य की समय-सीमा तय की जाए।

5. आंदोलन की योजनाव्यापार मंडल ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन और शासन इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा:पहला चरण: हस्ताक्षर अभियान और ज्ञापन सौंपनादूसरा चरण: मशाल जुलूस और शांतिपूर्ण प्रदर्शनतीसरा चरण: संपूर्ण कुमाऊँ व्यापारी समुदाय का सामूहिक आंदोलन

6. सरकार और प्रशासन से सीधी अपीलव्यापार मंडल ने उत्तराखंड सरकार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और संबंधित विभागों से आग्रह किया कि:क्वारब मार्ग की समस्या को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए।

आवश्यक बजट और संसाधन तुरंत उपलब्ध कराए जाएँ।जनता की पीड़ा को समझते हुए त्वरित और स्थायी समाधान लागू किया जाए।क्वारब राष्ट्रीय मार्ग की समस्या अब केवल सड़क अवरोध तक सीमित नहीं रही। यह व्यापार, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी हुई जनजीवन की गंभीर समस्या बन चुकी है।

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