जिले में नकली घी के साथ मिलावटी दूध, सरसों के तेल, हल्दी आदि मिलावट का खेल खूब चल रहा है।हल्द्वानी में जमकर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है। पनीर में डिटर्जेंट और घी में वनस्पति तेल मिलाया जा रहा है। बेसन में चावल का आटा और दूध में पानी मिलाकर ठगा जा रहा है।

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने जब सैंपल लेकर जांच की तो मामले उजागर हुए। एक व्यापारी को नोटिस दिया गया। साथ ही पनीर और घी के नमूने दोबारा भरकर जांच के लिए रुद्रपुर लैब भेजे गए। सोमवार को भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के अभियान के तहत हल्द्वानी बाजार में औचक निरीक्षण किया गया। टीम ने मिठाई की दुकान, होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, ठेले और परचून की दुकान से 52 नमूने लिए। इनकी जांच सचल खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में व्यापारियों के सामने ही की गई।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी कैलाश टम्टा ने बताया कि गोपाल जी डेयरी मंगलपड़ाव से पनीर और घी के नमूने की जांच की गई। पनीर में डिटर्जेंट की मिलावट पाई गई। घी में वनस्पति तेल की मिलावट पाई गई। डेयरी स्वामी को नोटिस दिया गया है। साथ ही पनीर और घी के दोबारा सैंपल लेकर जांच के लिए रुद्रपुर लैब भेजे गए हैं। जांच में पुष्टि होने पर संबंधित डेयरी स्वामी पर खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कहा कि इसके अलावा बेसन में चावल के आटे की, दूध में पानी की मिलावट और पनीर में फैट कम पाया गया। डेयरी स्वामी ने बताया कि वह बरेली से पनीर, घी मंगाता है। उस पर भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।इस दौरान राज्य खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला के उपायुक्त डॉ. राजेंद्र कठायत, अभिहीत अधिकारी नैनीताल संजय कुमार सिंह, कैलाश टम्टा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। यह नकली पनीर होता है।

नकली यानी आर्टिफिशियल तरीके से पनीर को बनाने के लिए उसमें खराब दूध, आटा, डिटर्जेंट पाउडर, पामोलिन तेल, ग्लिसरॉल मोनोस्टियरेट पाउडर और सल्फ्यूरिक एसिड जैसे केमिकल मिलाया जाता है।

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