हल्द्वानी: सड़क हादसों से पीड़ित और प्रभावित परिवारों से जुडी एक अच्छी ख़बर सामने आ रही है, DM नैनीताल ने एक ऐसी पहल शुरू की है जिससे सड़क हादसों से जुड़े परिवार आत्मनिर्भर बन सकेंगे और उनको रोजी रोटी के लिये दर दर की ठोकरें नहीं खानी पड़ेंगी.
पिछले दिनों नैनीताल जिले में 2-3 बड़े सड़क हादसे हुए जिसमें 10 से अधिक लोगों की जान गई थी… हादसे में मृतक लोंगो के परिवार के सामने आजीविका की समस्या खड़ी हो गई थी, जिसके बाद मृतक आश्रित परिवारों को आजीविका से जोड़ने के लिए परिवहन विभाग और बाल विकास विभाग को नोडल बनाया गया है. नैनीताल जिले में हुए सड़क हादसे का डाटा तैयार कर सड़क हादसे में मृतक परिवार के आश्रितों को स्वरोजगार और रोजगार से जोड़ा जा रहा है…DM नैनीताल ने कहा सड़क हादसे में कुछ परिवारों को आर्थिक सहायता मिलती है जबकि कई मामलों में आर्थिक सहायता मृतक परिवारों को नहीं मिल पाती है, इसके बाद परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाता है, जिसको देखते हुए रोड सेफ्टी के तहत योजना बनाई गई है जहां सरकारी विभागों के माध्यम से मृतक आश्रित परिवारों को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है. योजना के तहत आश्रित परिवार को आवश्यकता के अनुसार कृषि उत्पादन, मत्स्य पालन के साथ-साथ अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से रोजगार और स्वरोजगार से भी जोड़ा जा रहा है. इसके अलावा परिवार में वंचित वृद्धा पेंशन,आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड के अलावा अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जायेगा
वीओ: DM नैनीताल के मुताबिक पिछले 5 सालों का एक सर्वे कराया जा रहा है जिस पर यह पता चल सकेगा की कितने परिवार ऐसे हैं जिनकी आजीविका सड़क हादसों के बाद प्रभावित हुई है, और मृतक आश्रित परिवारों को सरकारी योजना से किस तरह जोड़ा जा सकता है, परिवहन विभाग और विकास विभाग के अधिकारी इस पूरी प्लानिंग में नोडल नियुक्त किये गये हैं,