आगामी 14 नवम्बर से प्रारम्भ होने वाले ऐतिहासिक जौलजीबी मेले के संबंध में हुई बैठक में अपर जिलाधिकारी डॉ. शिव कुमार बरनवाल ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को सांस्कृतिक मंच की सफाई, पुताई, मैदान का समतलीकरण करने के निर्देश दिए।मेले में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही सरकारी विभागों की विकास प्रदर्शनी, स्टाल लगाए जाएंगे। मेले में व्यवसायी भी अपने अपने स्टाल, दुकानें लगाएंगे।🔹यह कार्यक्रमों का होगा आयोजन जौलजीबी का ऐतिहासिक व्यापारिक मेला 14 नवंबर से शुरू होगा। मेला 24 नवंबर तक चलेगा।बैठक में मेले के दौरान आयोजित किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों, शांति और सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल, स्वास्थ्य ,खेल-कूद प्रतियोगिताओं पर चर्चा हुई। रोजाना सायं 4 से 7 बजे तक स्थानीय कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। सांय 7 बजे से रात 10 बजे तक बाहरी दलों के कलाकारों के कार्यक्रम होंगे। मेला अवधि के दौरान भारत-नेपाल पुल सुबह 6 से रात्रि 10: 30 बजे तक खुला रहेगा। पुल की भार क्षमता के अनुसार अधिकतम 30 व्यक्तियों की आवाजाही होगी।
मेले के दौरान शांति व्यवस्था के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए। मेले में पुलिस, होमगार्ड, पीआरडी, पीएससी, एसडीआरएफ की टीम तैनात रहेगी। क्षेत्र में अवैध शराब की रोकथाम के लिए आबकारी, पुलिस टीम संयुक्त कार्रवाई करेगी। बाजार में नालियों के ऊपर का अतिक्रमण हटाया जाएगा। पेयजल के लिए विभिन्न स्टालों पर स्टैंड पोस्ट लगेंगे। बिजली विभाग बिजली संयोजन लगाएगा। मेलाधिकारी और एसडीएम डीडीहाट को मेले के लिए शीघ्र धनराशि जमा करने के निर्देश दिए गए।
सीएमओ को निर्देश दिए कि एक चिकित्सक समेत स्वास्थ्य विभाग पूरी टीम तैनात रहे। मेले के दौरान मेलार्थियों को यातायात व्यवस्था आदि सुविधा मुहैया कराए जाने के संबंध में एआरटीओ को निर्देश दिए कि वाहनों में किराया सूची व्यवस्था की जाए। बैठक में एसडीएम सदर पिथौरागढ़, एसडीएम डीडीहाट,तहसीलदार धारचूला, बीडीओ धारचूला, अध्यक्ष व्यापार संघ अध्यक्ष जौलजीबी आदि जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।