उत्तराखंड विश्वविद्यालय के देवभूमि उद्यमिता केंद्र द्वारा देवभूमि उद्यमिता विकास योजना के 12 दिवसीय कार्यक्रम के पांचवें दिन, देवभूमि उद्यमिता योजना की नोडल अधिकारी, प्रोफेसर अनिता तोमर ने कहा कि सच्चा सशक्तिकरण ज्ञान से आता है, और उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम में, हम व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करेंगे, आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देंगे और लचीलेपन की भावना पैदा करेंगे जो आपकी उद्यमशीलता यात्रा में मार्गदर्शन प्रदान करेगी।

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प्रोफेसर तोमर ने बताया कि इस कार्यक्रम में देवभूमि उद्यमिता संस्थान, देवभूमि उद्यमिता विकास योजना से आए उद्यमिता विशेषज्ञ डॉ. नवनीत रावत को अकादमिक और उद्योग में 18 वर्षों का समृद्ध और विविध अनुभव हैं इस दौरान उन्होंने सामाजिक विपणन, उत्पाद नवाचार, कॉर्पोरेट कानून और गैर-लाभकारी संगठन के लिए रणनीति के क्षेत्र में विभिन्न पाठ्यक्रम पढ़ाए हैं।

उपभोक्ता मनोविज्ञान के क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता है और उनका हालिया शोध उपभोक्ता सूचना प्रसंस्करण, निर्णय लेने और उपभोग निर्णय पर प्रभाव, भावना और संस्कृति के प्रभाव पर केंद्रित है। वह गैर-लाभकारी संगठन और एक सामाजिक विपणनकर्ता के लिए विपणन के अनुप्रयोग में एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं।

वह एक प्रमाणित सिक्स सिग्मा, ग्रीन बेल्ट, NITCON ट्रेनर है । डॉ. नवनीत रावत ने बताया कि उद्यमिता के लिये कठोर परिश्रम और स्मार्ट वर्क की आवश्यकता होती है।

नई तकनीकों का उपयोग कर अपने उद्यम को आधुनिक और प्रभावी बना सकते हैं। युवाओं के लिये इस प्रकार के कार्यक्रम उनकी कौशल क्षमता को बढ़ाने में अहम रोल अदा करते हैं। श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के वाईस-चांसलर, माननीय प्रोफेसर एन.के. जोशी ने बताया कि यह कार्यक्रम छात्रों के लिए नवाचार अवसरों का पता लगाने, समान विचारधारा वाले व्यक्तियों के साथ नेटवर्क बनाने और अनुभवी और सफल उद्यमियों से अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए एक मंच का कार्य करता है।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से, युवा आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकेंगे, और सरकारी नौकरियों या अन्य राज्यों में प्रवास करने पर उनकी निर्भरता कम होगी।

परिसर निदेशक प्रोफेसर एम.एस. रावत ने बताया कि उद्यमिता विकास कार्यक्रम छात्रों को विभिन्न व्यापारिक क्षेत्रों के लिए आवश्यक ज्ञान, प्रदान करेगा।

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