देहरादून। उत्तराखंड के अन्य हिस्सों के साथ ही नैनीताल जिले के पहाड़पानी और धानाचूली में साल की पहली बर्फबारी सोमवार की सुबह पांच बजे से शुरू होकर आधे घंटे तक हुई। इस दौरान स्थानीय निवासियों के साथ ही किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली।
वहीं, नौ बजे के बाद धूप खिलने से बर्फ गल गई। हालांकि किसानों ने जल्द बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद जताई है।
धानाचूली के लोगों ने बताया कि सोमवार की सुबह धानाचूली, चोरलेख, मनाघेर क्षेत्र में आधे घंटे तक हल्की बर्फबारी हुई है। उन्होंने कहा कि खेतों में लगी फसलों और फलों के लिए बर्फबारी और बारिश का होना जरूरी है।
इधर रविवार दोपहर बाद अचानक बदले मौसम के मिजाज के साथ ही चारों धामों सहित हर्षिल घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। वहीं, निचले इलाकों में बारिश होने से तापमान गिरने से ठंड बढ़ गई। वहीं, चकराता में भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई।
इस साल बारिश और बर्फबारी का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। अमूमन नवंबर माह से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हो जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, बल्कि इसकी जगह केवल सूखी ठंड पड़ने से बच्चे और बड़े सभी सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार की चपेट में आ रहे थे। वहीं, काश्तकार भी सेब सहित अन्य फसलों के उत्पादन को लेकर चिंता जताने लगे थे। लेकिन रविवार दोपहर बाद मौसम बदलने से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों के चेहरे खिल उठे।
