अल्मोड़ा-आज अभाविप कार्यकर्ताओं ने पूर्व दर्जामंत्री एवं भाजपा नेता बिट्टू कर्नाटक को अभाविप के इतिहास पर लिखित पुस्तक भेंट की।इसके पश्चात् पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक के द्वारा समस्त अभाविप पदाधिकारियों को शाल पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता लगातार देशहित एवं समाजहित के कार्यों में अग्रणी रूप से आगे खड़े रहते हैं।इसके साथ ही हमारे देश की प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता को भावी पीढ़ी तक ले जाने की अभाविप की पहल बेहद सकारात्मक है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता हिंदुत्व की सेवा के लिए भी सदैव आगे आकर कार्य करते हैं। उन्होंने कहा भारत देश की संस्कृति प्राचीनतम है और इसे सहेज कर अपनी आने वाली भावी पीढियों को विरासत स्वरूप देना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी भी है जिसे अभाविप बड़ी कुशलता के साथ निभा रही है। श्री कर्नाटक ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आज देश का सबसे बड़ा छात्र संगठन है।
अभाविप की नीतियों और रीतियों से प्रभावित होकर युवा लगातार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ रहा है जो अपने आप में प्रशंसनीय है। इसके साथ ही पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने हिंदुत्व एवं राष्ट्र की सेवा के लिए युवाओं से आगे आकर कार्य करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि हम सभी भारत देश को अपनी माता मानते हैं।
इसकी संस्कृति,सनातन एवं इतिहास बेहद प्राचीन है।जिस तरह हिंदुत्व की रक्षा करते हुए हमारे पूर्वजों ने यह संस्कृति एवं सनातन हमें विरासत में दिया है उसी तरह हमारा भी उत्तरदायित्व है कि अपने देश की अखंडता,संस्कृति एवं सनातन को विरासत स्वरूप सहेज कर रखते हुए हम अपनी आने वाली भावी पीढ़ियों को इसे सौपें।
उन्होंने कहा कि युवाओं को निश्चित रूप से अधिक से अधिक संख्या में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर इसकी विचारधारा को समझते हुए देश हित के कार्यों में आगे आकर अपनी संस्कृति एवं सनातन को अखण्ड रखने की विशेष आवश्यकता है।इस अवसर पर अभाविप के पंकज धामी विभाग संगठन मंत्री,बंटी कुमार जिलाध्यक्ष, रोहित कुमल्टा नगर मंत्री,राहुल कनवाल परिसर अध्यक्ष,निखिल बिष्ट के अलावा देवेंद्र कर्नाटक,अशोक सिंह, कमलेश कर्नाटक,भूपेंद्र भोज, सुधीर कुमार हिमांशु कनवाल ,हेम जोशी, प्रकाश सिंह मेहता, गौरव कांडपाल, अभिषेक तिवारी, शिवानी बिष्ट आदि उपस्थित रहे।


