( मरणोपरांत भारत रत्न उपाधि दिये जाने और कुमाऊं विश्वविद्यालय का नाम उनके नाम पर करने की मांग उठायी, संयोग एक साथ मनायी पुण्य तिथि भी)
बहुआयामी विकास पुरुष एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्व. पंडित नारायण दत्त तिवारी की 100वीं जयंती 18अक्टूबर को सर्वदलीय रुप से राजकीय संग्रहालय अलमोडा़ में मनायी गयी। आयोजित समारोह में स्व. एनडी तिवारी को याद कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। उनके अविस्मरणीय कार्यों को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न की उपाधि प्रदान करने की मांग भी उठाई गई।

समारोह में वक्ताओं ने स्व. नारायण दत्त तिवारी के कार्यों का उल्लेख किया और यह मांग भी उठाई कि कुमायूं विश्वविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा जाए और उनकी जयंती व पुण्यतिथि 18 अक्टूबर को सरकारी कार्यक्रम के रुप में मनाया जाए। पंडित नारायण दत्त तिवारी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए और कहा कि स्व. तिवारी एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने पूरा जीवन देश व समाज की सेवा में लगा दिया। देश की आजादी के लिए अउनके तमाम उल्लेखनीय कार्य रहे।

यह आज पहाड़ को तिवारी जैसे व्यक्तित्व की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्बन बैंक के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह बगडवाल व संचालन पूर्व राज्यमंत्री एडवोकेट केवल सती ने किया। कार्यक्रम में विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान, समारोह में वक्ताओं ने स्व. नारायण दत्त तिवारी के कार्यों का उल्लेख किया और यह मांग भी उठाई कि कुमायूं विश्वविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा जाए और उनकी जयंती व पुण्यतिथि 18 अक्टूबर को सरकारी कार्यक्रम के रुप में मनाया जाए। वक्ताओं ने पंडित नारायण दत्त तिवारी के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि स्व. तिवारी एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने पूरा जीवन देश व समाज की सेवा में लगा दिया।
देश की आजादी के लिए अपने पिता पूर्णानंद तिवारी के साथ जेल में बंद रहे। उनके तमाम उल्लेखनीय कार्य रहे। यह भी कहा गया कि आज पहाड़ को तिवारी जैसे व्यक्तित्व की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्बन बैंक के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह बगडवाल व संचालन पूर्व राज्यमंत्री एडवोकेट केवल सती ने किया। कार्यक्रम में विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, लता पांडे, विपिन जोशी, हयात सिंह रावत, पूरन रौतेला, प्रीति बिष्ट, त्रिलोचन जोशी, मनोज सनवाल, पीसी तिवारी, आशीष वर्मा, चंद्रमणि भट्ट, पुष्पा सती, ममता चौहान, आरती साह, कविंद्र पंत, किशन चंद्र जोशी, भारत रत्न पांडेय, नरेंद्र बगडवाल, हेम चंद्र तिवारी, दयाकृष्ण कांडपाल, अशोक पांडे, परितोष जोशी व कृतिका पांडे आदि कई लोग शामिल रहे।



