हल्द्वानी। सावन का महीना प्रारंभ होते ही प्रकृति में चहुँ ओर हरियाली से आच्छादित बसुधा देख भगवान शिव भी सपरिवार उत्तराखंड में आकर पृथ्वी का सुख भोगते हुए चार माह तक सृष्टि का संचालन करते हैं क्योंकि सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है।

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हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार सावन का महीना 22 जुलाई से प्रारंभ होकर 19 अगस्त रक्षाबंधन के दिन समाप्त हो जायेगा। ज्योतिष अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि यह चंद्र मास के अनुसार माना गया है।

जबकि पंडित तिलक कांडपाल का कहना है कि उत्तराखंड में सावन माह सौर गणना के आधार पर माना जाता है जो सोलह जुलाई से प्रारंभ होकर 15 अगस्त तक रहेगा। उत्तराखंड में हरेला के अंतिम दिन एक गते से सावन प्रारंभ हो जायेगा जो 15 अगस्त तक रहेगा।

इसी क्रम में ज्योतिष अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि सूर्य देव मिथुन राशि से निकल कर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे तथा सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन हो जायेंगे। 16 जुलाई को प्रकृति का प्रतीक पर्व हरेला भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा।

अपने घरों में बोये हरेला का परंपरानुसार पूजन कर रोली अक्षत के साथ पहले भगवान शिव परिवार को हरेला काट कर अर्पित किया जाएगा जिसके बाद घर की वरिष्ठ महिला परिवार के सदस्यों को हरेला देकर आशीष देंगी।

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