
अल्मोड़ा– भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव पाण्डेय ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के हालिया बयानों को निराधार और हास्यास्पद करार देते हुए कहा कि कांग्रेस में झूठ फैलाना और जनता को गुमराह करना कोई नई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हरीश रावत और उनके सहयोगियों की कई कथित गतिविधियां पहले ही सार्वजनिक हो चुकी हैं, जिनमें सत्ता का दुरुपयोग और भ्रष्टाचार स्पष्ट नजर आता है।पाण्डेय ने आगे कहा कि कांग्रेस द्वारा वर्षों तक की गई तुष्टिकरण की राजनीति ने उत्तराखण्ड के विकास की गति को बाधित किया, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ा।
आज जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में योजनाएं ज़मीनी स्तर तक पहुंच रही हैं, तब कांग्रेस नेताओं को यह बात पच नहीं रही है।उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के नेतृत्व में प्रदेश निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। कैचीधाम में बायपास बैली ब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया जारी है। क्वारब क्षेत्र में 3 किमी लंबे बाईपास के निर्माण हेतु 1065.21 लाख रुपये की परियोजना प्रस्तावित की गई है, वहीं क्रोनिक स्लिप जोन के उपचार के लिए 17.14 करोड़ की स्वीकृति मिल चुकी है।
हिल साइड ट्रीटमेंट के लिए भी 51.37 करोड़ की निविदा जारी की गई है और तकनीकी मूल्यांकन प्रक्रिया प्रगति पर है। ये सभी कार्य राज्य के बुनियादी ढांचे को सशक्त करने की दिशा में एक मजबूत कदम हैं।
पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी प्रदेश में एक सजग व सशक्त नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में नकल विरोधी कानून से सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता आई है। पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में प्राथमिकता और 4% क्षैतिज आरक्षण का प्रावधान कर खेलों को बढ़ावा दिया गया है।एक समान नागरिक संहिता (UCC) के लागू होने से उत्तराखण्ड पूरे देश के लिए उदाहरण बन चुका है। साथ ही चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालुओं की आमद यह दर्शाती है कि राज्य धार्मिक पर्यटन की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
गौरव पाण्डेय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में नेतृत्व की कमी और स्वार्थ की राजनीति के कारण कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व जब-जब तानाशाही प्रवृत्तियों पर उतरा है, तब-तब पार्टी के भीतर विद्रोह देखने को मिला है।उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों और जनकल्याणकारी योजनाओं पर जनता का भरोसा लगातार बढ़ा है, जिसका परिणाम हाल ही में सम्पन्न हुए स्थानीय निकाय चुनावों में साफ दिखा। भाजपा अब आगामी पंचायत और सहकारिता चुनावों के लिए पूरी तैयारी में जुट गई है और जनता के समर्थन से फिर सफलता की ओर अग्रसर है।


