उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट विकासखंड के मरचूला में यात्रियों से खचाखच भरी एक बस अनियंत्रित होकर करीब 150 फुट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। रामनगर अस्पताल में 34 घायल लाए गए थे। इनमें से आठ की यहां मौत हो गई। छह घायलों को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश भेजा गया, जबकि 11 को अन्यत्र रेफर कर दिया गया है। नौ लोग रामनगर अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
बताया जा रहा है कि बस की कमानी टूटने से हादसा हुआ। गढ़वाल मोटर यूजर्स कॉपरेटिव सोसायटी (यूजर्स) की 42 सीटर बस में करीब 63 यात्री सवार थे। वहीं, घटनास्थल से आधा किलोमीटर पहले ही चालक को आगे कुछ अनहोनी का आभास हो गया था। चालक ने यात्रियों से कहा था किसी को उतरना है तो उतर जाए क्योंकि आगे सड़क खराब है। बस से कोई यात्री नहीं उतरा। यदि यात्रियों ने चालक की मान ली होती तो कइयों की जान बच जाती। मरचूला-गौलीखाल-मोटर मार्ग पर मरचूला के पास सोमवार सुबह हुए बस हादसे को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। घटना में बचे कई यात्री घटनास्थल पर पहुंचे प्रशासन के अधिकारियों को यह बताते भी नजर आए कि जिस स्थान पर हादसा हुआ है उससे करीब आधा किलोमीटर पहले सड़क में फंसकर बस डोलने लगी थीं तो चालक ने बस रोककर कहा था कि किसी को उतरना है तो वह उतर सकता है, लेकिन कोई सवारी नहीं उतरी। इसके बाद चालक बस लेकर चल दिया और यह हादसा हो गया। यात्रियों का कहना है कि यदि उन्होंने चालक की बात को गंभीरता से लिया होता और उतर जाते तो कई लोगों की जासकती थीं।
मरचूला में हुए हादसे को लेकर प्रवासियों की भी चिंता बढ़ा दी थी। मुंबई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास, गुरुग्राम, मध्य प्रदेश, जयपुर समेत विभिन्न प्रदेशों में रहने वाले प्रवासी इस घटना के बारे में अपडेट लेने लगे। व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम में लोग घटना के बारे में जानकारी लेते रहे। प्रवासियों ने अपनों को फोन कर उनकी कुशलक्षेम ली।
घटना में बचे यात्रियों ने बताया कि बस के खाई में गिरते ही उन्हें संभलने का मौका नहीं मिला। यात्री एक दूसरे के ऊपर गिरने लगे। पत्थर से सिर टकराने से भी कई यात्री बेहोश हो गए। जब तक लोग मौके पर पहुंचे उन्होंने दम तोड़ दिया।