(कुछ ने यादें ताजा की ,कुछ ने पच्चीस साल के अनुभव का ज्ञान लिया)

Advertisement

आईएमए देहरादून में आज एक विशेष नजारा देखने को मिला,खुशी व‌ भावुकता के माहोल का नजारा,आईएमए में 52वें नियमित और 36वें तकनीकी स्नातक कोर्स का स्वर्ण जयंती पुनर्मिलनशुक्रवार, 15 दिसम्बर 2023भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून ने दिग्गजों के एक उल्लेखनीय समूह का एक हृदयस्पर्शी पुनर्मिलन में स्वागत किया, जिन्होंने पचास साल पहले युवा सैन्य अफसरों के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी।

52 नियमित और 36 तकनीकी स्नातक कोर्स के दिग्गज जो 1973 में आईएमए से पास आउट हुए थे, 14 से 16 दिसंबर 2023 को आईएमए में पुनः एकत्र हुए।ये बहादुर दिग्गज, उस संस्था को श्रद्धांजलि देने के लिए एक साथ आए जिसने उन्हें काबिल सैन्य अधिकारी बनाया। देश के विभिन्न कोनों और कुछ विदेशों से आए पूर्व छात्रों ने आईएमए में अपने दिनों को प्रेम पूर्वक याद किया, जहां उन्हें असाधारण प्रशिक्षकों और सलाहकारों द्वारा तैयार किया गया था।

इन प्रतिष्ठित अधिकारियों ने देश भर में और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पदों पर काम किया है, जिनमें से कुछ आर्मी कमांडरों के पद तक पहुंचे हैं और जिन्हें सेना द्वारा बहादुरी और विशिष्ट सेवा के लिए प्रशंसा मिली है।

इस कोर्स ने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले दूरदर्शी नेता भी दिए हैं।इन दिग्गजों ने अपने शहीद साथियों के सम्मान में पुष्पांजलि समारोह के साथ अपने उन शहीद साथियों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।

आईएमए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल वीके मिश्रा ने दिग्गजों का गर्मजोशी से स्वागत किया, और इस बात पर जोर दिया कि संस्थान उन लोगों को कभी नहीं भूलता जो अपनी शिक्षाओं को अपने जीवन की यात्रा में ले गए और उन्होंने सभी दिग्गजों को आधी सदी के बाद अपनी मातृ संस्था में लौटने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

Advertisement
Ad Ad Ad
Advertisement
Advertisement
Advertisement