स्थानीय नगर पालिका सभागार में उत्तराखंड वाम मोर्चे के सीपीआईस एम/सीपीआईएम एलके नेतृत्व में सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सम्मेलन का आयोजन राजव्यापी अभियान के तहत किया गया सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए सीपीआईएमएल के राज्य सचिव कॉमरेड इंद्रेश मैखूरी ने कहा कि वर्तमान दौर में केंद्र और राज्य में बैठी सरकार धार्मिक उन्माद को बढ़ावा देते हुए उत्तराखंड में लव जिहाद और लैंड जिहाद का पिटारा खड़ा किया जा रहा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन शब्दों का धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने वाले उक्त शब्द पूरी तरह से अ संवैधानिक है पर मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति इसका इस्तेमाल करके नफरत को हवा दे रहा है उन्होंने कहा कि 4 फरवरी 2020 को संसद ने बताया था कि वर्तमान कानून में लव जिहाद परिभाषित नहीं है और किसी केंद्रीय एजेंसी ने लव जेहाद की किसी घटना की जानकारी नहीं दी है अगस्त 2020 में उत्तर प्रदेश के कानपुर में s i t ने कथित 16 मामलों की जांच की और इस नतीजे पर पहुंची की कोई मामला लाव जिहाद का नहीं था लेकिन लव जिहाद के नाम पर उत्तराखंड के अल्पसंख्यक समुदाय के बीच में भय पैदा किया किया जा रहा है !उन्होंने कहा कि लव जिहाद केवल अल्पसंख्यको के विरोधी ही नही होकर यह महिला विरोधी भी है !

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उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक उन्माद फैलाने का अभियान बहुसंख्याक आबादी में मुट्ठी भर अल्पसंख्यकों का डर पैदा करके अपनी राजनीतिक वजूद को पुख्ता करने की कोशिश है यह अफसोस की बात है कि समान नागरिक संहिता के मामले का उपयोग भी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए भाजपा करना चाहती है !

सेमिनार में बोलते हुए cpi के राज्य सचिव जगदीश कुनियाल ने कहा कि भाजपा के अपने नेता प्रदेश की जमीन बेचने के धंधे में लगे हुए हैं उन्होंने कहा कि देहरादून में भाजपा का राज्य कार्यालय के लिए 2011 में खरीदी गई जमीन के मामले में देहरादून के अपर जिलाधिकारी ने नोटिस जारी किया है !

उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि वर्तमान सरकार और माफिया का गढजोड़ प्रदेश में देखा जा सकता है। सत्ताधारी पार्टी की विचारधारा धर्म जाति के विभेद पैदा करने की है जब यह समान नागरिक संहिता की बात करते हैं तो उसकी नीयत पर संदेह लाजमी है तथा समान नागरिक संहिता भी सांप्रदायिक ध्रुविकरण का एक हथियार के रूप में इस्तेमाल है c pi(m)के राज्य सचिव मंडल के सदस्य कामरेड भोपाल सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के वास्तविक मामले तो रोटी रोजगार के हैं शिक्षा स्वास्थ्य के पलायन से खाली होते गांव बंजर होते खेत और जंगली जानवरों का आतंक झेलते पहाड़ के निवासियों का सवाल बड़ा सवाल है जन् मुद्दों को ध्वस्तु करने का, अस्पताल में इलाज न मिलाना उत्तराखंड के लिए खास तौर पर पहाड़ी क्षेत्र के लिए अभी भी जिंदगी और मौत का सवाल है उत्तराखंड में 68000 से अधिक पद रिक्त हैं लेकिन उत्तराखंड में हर भर्ती, घोटाले की भेंट चढ़ गई है उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सत्ता में बैठे लोगो के पास इन सवालों का कोई हल नहीं है सम्मेलन में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के भोपाल सिंह रावत कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया के राज्य सचिव जगदीश कुनियाल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया मार्क्सवादी लेनिन वादी के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी,जनवादी महिला समिति की सुनीता पांडे ,राधा नेगी, किसान सभा के आनंद नेगी आयशा के निक्की बिष्ट विपिन रावत विक्की रावत प्रकाश दीपांशु जनवादी नौजवान सभा के योगेश ,सुशील कुमार ,मुमताज अख्तर, बबलू आदि मौजूद थे संचालन जनवादी नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष युसूफ तिवारी व अध्यक्षता किसान सभा के आरपी जोशी ने की।

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