सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के न्यूरो सर्जन डाक्टर अभिषेक राज, व डाक्टर अमित देवल द्वारा दूरबीन विधि से रीड की टूटी हुई हड्डी का इलाज पहली बार कर सफलता हासिल की है।
50 वर्षीय पुरुष रीड की हड्डी टूटने के कारण सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती हुआ मरीज को शुगर तथा ब्लड प्रेशर की शिकायत भी थी मरीज का वजन भी थोड़ा ज्यादा था तो इस सब को देखते हुए हमने उसकी रीड की हड्डी को दूरबीन विधि से जोड़ने का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया आमतौर पर यह ऑपरेशन बड़ा चीरा लगाकर तथा आसपास की मांसपेशियों को रीड की हड्डी से हटकर किया जाता है।
जिसमें ज्यादा खून बहता है और मांसपेशियां भी चीरा लगने की वजह से कमजोर हो जाती हैं परंतु दूरबीन विधि द्वारा रीड की हड्डी जोड़ने के ऑपरेशन में बहुत ज्यादा सटीकता एवं सावधानी की जरूरत होती है इसमें बिना बड़ा चीर लगाएं X ray की मदद से रीड की हड्डी में टाइटेनियम के पेंच एवं रोड लगाकर उनका जोड़ा जाता है बहुत छोटा सा चीर होने के कारण इसमें संक्रमण, खून बहने तथा ऑपरेशन के बाद का दर्द बहुत कम होता है।
अभी यह मरीज ठीक है तथा ऑपरेशन के दूसरे तीसरे दिन ही चलने लग गया है यह सुशीला तिवारी में अपनी तरह का पहला ऑपरेशन है अभी तक इस तरीके के ऑपरेशन बड़े शहर तथा बड़े अस्पताल में ही संभव हो पाते हैं ।
जहां इसका खर्चा 4 से 5 लाख रुपए आता है चिकित्सालय प्रबंधन व मरीज के परिजनों ने इस सफलता पूर्वक सम्पन्न आप्रेशन पर पूरी टीम को साधुवाद दिया है।