21 दिसंबर 2023 को, जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों ने सेना के वाहनों पर एक जघन्य हमले को अंजाम दिया था, जिसमें चार सैनिकों ने वीरगति प्राप्त की थी।उत्तराखंड राज्य के चमोली और कोटद्वार के निवासी नायक बीरेंद्र सिंह और राइफलमैन गौतम कुमार भी शहीद सैनिकों में से थे, जिन्होंने आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए और भारतीय सेना की सच्ची भावना के तहत सर्वोच्च बलिदान दिया।- उत्तराखंड के वीर सैनिकों के पार्थिव शरीर 25 दिसंबर 2023 को देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे पहुंचे जहां श्री पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड, लेफ्टिनेंट जनरल वी के मिश्रा कमांडेंट, भारतीय सैन्य अकादमी, और देहरादून स्टेशन के अन्य सेवारत अधिकारियों की उपस्थिति में दिवंगत आत्माओं को अंतिम सम्मान दिया गया।
- श्रद्धांजलि समारोह के बाद वीरों को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव ले जाया गया।राइफलमैन गौतम कुमार के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ कोटद्वार में मेजर जनरल आर प्रेम राज, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, उत्तराखंड सब एरिया और ब्रिगेडियर वीएम चौधरी, कमांडेंट, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर की उपस्थिति में हुई। नायक बीरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ मेजर जनरल टी एम पटनायक, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 14 इन्फैंट्री डिवीजन और ब्रिगेडियर अमन आनंद, कमांडर, 9 (स्वतंत्र) माउंटेन ब्रिगेड ग्रुप की उपस्थिति में चमोली में किया गया।
बहादुर सैनिकों के अंतिम संस्कार समारोह में स्थानीय जनता ने भाग लिया, जिन्होंने हजारों की संख्या में अपने बहादुर बेटों को श्रद्धांजलि दी और उनके सर्वोच्च बलिदान को सम्मान दिया।
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