अल्मोड़ा । ज्ञान विज्ञान चिल्ड्रन एकैडमी हवलबाग में भारत ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा आयोजित दो दिवसीय समता अभिव्यक्ति कार्यशाला की शुरूआत ‘ज्ञान का दीया जलाने’ समूह गीत से हुई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए भारत ज्ञान विज्ञान समिति की जिलाध्यक्ष डॉ. विजया ढौढियाल ने कहा कि उनका संगठन समाज में महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिए जाने की बात करता है।

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उन्होंने कहा कि समाज में महिला व पुरूष एक ही गाड़ी के दो पहिए हैं। एक पहिए के बिना दूसरे पहिए की कल्पना तक नहीं की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि महिला संघर्षो का लंबा इतिहास रहा है। महिलाओं को मतदान का अधिकार तथा पुरूषों के समान अवसर दिए जाने की मांग को लेकर महिलाओं ने लंबा संघर्ष किया है। महिला संघर्षो के बाद पंचायतों के साथ ही देश की लोकसभा तथा विधान सभाओं में महिलाओं का पक्ष मजबूत होने जा रहा है।

दो दिवसीय समता कार्यशाला के बारे में उन्होंने कहा यद्यपि महिला शिक्षा के लिए सरकारी तथा गैर सरकारी स्तर पर काफी प्रयास हो रहे हैं। परंतु महिलाओं तथा किशोरियों को जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बालिकाओं तथा किशोरियों के साथ संवाद करके संगठन जागरूकता अभियान की पहल कर रहा है।

इससे पूर्व भारत ज्ञान विज्ञान समिति हवलबाग के संयोजक तथा ज्ञान विज्ञान चिल्ड्रन एकैडमी हवलबाग के प्रधानाचार्य अशोक पंत ने हवलबाग में कार्यशाला रखने पर आभार व्यक्त करते हुए सभी का स्वागत किया।

भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रांतीय उपाध्यक्ष नीरज पंत ने ज्ञान विज्ञान समिति की अवधारणा प्रस्तुत की। कार्यशाला के पहले दिन समूह चर्चा में अलग-अलग समूहों ने अपनी बात रखी।

इस अवसर पर …… उपस्थित थे। समता कार्यशाला के साथ ही बालकों के लिए आयोजित बाल विज्ञान मेले में बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बच्चों को विभिन्न गतिविधियां कराई ।

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