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( साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित स्व मथुरा दत्त मठपाल की स्मृति में गठित की गयी कमेटी ने की घोषणा)
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित स्व. मथुरादत्त मठपाल जी की स्मृति में गठित समिति द्वारा यह घोषणा की गई है कि वर्ष 2025 का प्रतिष्ठित “मथुरादत्त मठपाल सम्मान”कुमाऊँनी की प्रथम कवयित्री एवं वरिष्ठ साहित्यकार देवकी महरा जी को प्रदान किया जाएगा।यह सम्मान उत्तराखंडी लोकभाषाओं के विलुप्त हो रहे शब्द भंडार और परंपराओं के संरक्षण हेतु दिया जाता है।
यह पुरस्कार हल्द्वानी में मथुरादत्त मठपाल जी की 84वीं जयंती पर आयोजित भव्य समारोह में दिया जाएगा ।देवकी महरा जी ने हिंदी एवं कुमाऊँनी दोनों भाषाओं में कई महत्वपूर्ण कृतियाँ लिखी हैं। उनकी चर्चित रचनाओं में शामिल हैं:प्रेमांजलिसपनों की राधा (उपन्यास)•निशास– (कुमाऊँनी काव्य संग्रह)जिसके लिए उन्हें **उत्तर प्रदेश शासन द्वारा “सुमित्रानंदन पंत पुरस्कार”** से सम्मानित किया गया।•
*पराण पुंतरी, स्वाति सहित कई अन्य कृतियाँ।देवकी महरा का पूरा परिवार साहित्य परिवार है, इनके पुत्र भी महेन्द्र महरा “मधु” कुमाऊनी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर हैं।देवकी महरा को इस पुरस्कार हेतु चयनित किये जाने पर उत्तराखंड के ही नहीं अपितु राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकारों ने बधाई दी है।
उत्तराखंड की जानी-मानी साहित्यिक गतिविधियों को समर्पित “छंजर सभा”के सदस्यों ने भी देवकी महरा व संस्था के सदस्य महेंद्र महरा को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।


