उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग ने देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, टिहरी और हरिद्वार जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के कुछ हिस्सों में येलो अलर्ट दिया गया है।
इस बार का मानसून सीजन प्रदेश के लिए भारी तबाही लेकर आया है। पहाड़ से लेकर मैदान तक आपदा का असर देखने को मिल रहा है। चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र में आई आपदा में अब तक 12 लोग लापता हो गए हैं, जिनमें से दो के शव बरामद हो चुके हैं। वहीं 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राहत एवं बचाव दल ने 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से एक व्यक्ति को जिंदा बाहर निकाला।
नंदानगर में भूस्खलन और बाढ़ की वजह से 30 से अधिक घर बह गए हैं। बताया जा रहा है कि यहां तीन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। बिनसर पहाड़ी की चोटी के दोनों ओर बादल फटने से पानी की तीन धाराएं बनीं, जिसने सेंती लगा कुंतरी, फला लगा कुंतरी और धुरमा गांव को भारी नुकसान पहुंचाया।
वहीं, देहरादून आपदा में भी चार और शव बरामद किए गए हैं। यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई, जबकि 13 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
लगातार हो रही प्राकृतिक आपदाओं से लोगों में दहशत का माहौल है। रात के समय लोग चैन की नींद नहीं सो पा रहे। बिजली की चमक और बादलों की गड़गड़ाहट लोगों को डराने लगी है।


