मेले के अंतिम तीन दिनों में दो करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे।
श्रावण मास के कांवड़ मेले में शिव जलाभिषेक को गंगाजल लेने के लिए इस वर्ष चार करोड़ सात लाख कांवड़ यात्री धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचे। उनके साथ 10 लाख से अधिक दो पहिया और चार पहिया वाहन भी इस दौरान हरिद्वार पहुंचे।
शुक्रवार शाम तक तीन करोड़ 97 लाख कांवड़ यात्री जल लेकर हरिद्वार से रवाना हुए कांवड़ यात्रियों की वापसी का क्रम बीती रात और शनिवार दिन में भी जारी रहा, हालांकि इस दौरान के लौटने का सिलसिला जारी रहा। अंतिम तीन दिनों में केवल डाक कांवड़ यात्री ही हरिद्वार पहुंचे। निर्धारित घंटों में वापसी के बैनर लगाए हजारों बड़े डाक कांवड वाहन और लाखों बाइक राजमार्ग पर दौड़ती रही।
गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगेएसएसपी अजय सिंह अधिकारियों के साथ हाईवे पर डाक कांवड़ यात्रियों की वापसी कराने में जुटे रहे। शनिवार को भी कांवड़ यात्रियों के आने और जाने का सिलसिला लगातार चलता रहा। शनिवार को हरिद्वार की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, नजीबाबाद आदि से इलाकों से श्रद्धालु गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंचे। शनिवार शाम को ही जलाभिषेक का मुहुर्त शुरू होने के साथ ही कांवड़ यात्री हरिद्वार से ले जाए गए गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे।
हालांकि स्थानीय और बाहर से आए श्रद्धालुओं ने शनिवार को भी दक्ष महादेव मंदिर, बिल्केश्वर महादेव मंदिर, नीलेश्वर महादेव मंदिर, तिल भांडेश्वर आदि मंदिरों में जलाभिषेक किया। जलाभिषेक के लिए सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा।कांवड़ मेला सकुशल संपन्न होने पर पुलिस प्रशासन का आभार जताया।
महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने साथियों सहित मां गंगा में दुग्धाभिषेक व पूजा-अर्चना की। साथ ही कांवड़ मेला सकुशल संपन्न होने पर सरकार एवं पुलिस व जिला प्रशासन का आभार जताया। सुनील सेठी ने कहा कि हर वर्ष कांवड़ मेला मां गंगा के आशीर्वाद से ही सकुशल संपन्न होता है। हम सब तो सिर्फ एक जरिया हैं।