टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वाला के पास आए मलबे के कारण करीब 25 घंटे तक यातायात पूरी तरह बाधित रहा। एनएच बंद होने से रोडवेज बसों का संचालन न होने जहां यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, वहीं डिपो को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। रविवार सुबह स्वाला पर आए मलबे को हटाने के बाद एनएच पर यातायात सुचारु हुआ तो लोगों ने राहत की सांस ली। रोडवेज के एजीएम धीरज वर्मा ने बताया कि शुक्रवार की रात आए मलबे के चलते मैदानी क्षेत्रों को भेजी गईं रोडवेज बसें रास्ते में फंसी रहीं। उन्होंने बताया कि रविवार को छह बसें डिपो लौट आई थीं। एजीएम ने बताया कि डिपो से गईं बसें वाया टनकपुर होते हुए दिल्ली के लिए दो, हल्द्वानी, बरेली, नैनीताल और काशीपुर के लिए एक-एक बस का संचालन किया गया। उन्होंने बताया कि मार्ग बंद होने से रास्ते में फंसी बसों को टनकपुर भेज दिया गया था। टनकपुर से दिल्ली के लिए तीन, पोंटा साहिब एक, देहरादून दो, ऋषिकेश व गुरुग्राम के लिए एक-एक बस का संचालन किया गया। एजीएम ने बताया कि एनएच बंद होने से डिपो को चार लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। एनएच खुलने के बाद सभी बसों के डिपो में लौटने पर 15 रूटों पर इनका संचालन किया गया।

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