नैनीताल। सरोवर नगरी का नैना पीक क्षेत्र काफी प्रसिद्ध है। खासकर युवा पर्यटकों व ट्रैकिंग के शौकीनों की पहल पसंद नैना पीक ही है। लेकिन अब नैना पीक जाने के लिए लोगों को जेब ढीली करनी पड़ेगी। नगर की सबसे ऊंची चोटी नैना पीक जाने वालों से अब वन विभाग 50 रुपये शुल्क वसूल करेगा। यदि पर्यटक वहां अपने साथ प्लास्टिक की बोतल या पैकेट लेकर जाते हैं तो उनके सामान की एंट्री भी की जाएगी। वापसी में भी गेट पर प्लास्टिक की खाली बोतल या पैकेट दिखाने होंगे। कमी होने पर जुर्माना भी वसूला जाएगा। ताकि नैना पीक क्षेत्र को जीरो कूड़ा जोन बनाया जा सके।
बता दें कि नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी नैना पीक (चायना पीक) समुद्र तल से 2611 मीटर ऊंचाई पर स्थित है जो नैनीताल वन प्रभाग की नैना रेंज में है। यह चोटी नैनीताल शहर से लगभग पांच किमी दूर है। वहां जाने के लिए किलवरी रोड से लगभग तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इसके बावजूद यह युवा पर्यटकों व ट्रैकिंग करने वालों की पहली पसंद है। नैना पीक चोटी में पहुंचकर लोग नैनीताल का अद्भुत नजारा अपने कैमरे या मोबाइल से जरूर कैद करते हैं लेकिन अब पर्यटकों को यहां घूमने जाने के लिए वन विभाग को शुल्क देना पड़ेगा।