अल्मोड़ा। अब संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) कार्यालय में डेढ़ करोड़ रुपये से टेस्टिंग ट्रैक बनेगा। ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनाने के लिए आवेदकों को वाहन चलाना होगा। उनकी ड्राइविंग को परखने के बाद ही इसमें सफल लोगों को लाइसेंस मिलेगा।

यातायात नियमों की पूरी जानकारी रखने वाले लोगों को ही डीएल जारी करेगा अधिकारियों के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं को रोकना इसका उद्देश्य है। हवालबाग स्थित आरटीओ कार्यालय में रोजाना औसतन 10 से अधिक लोग ड्राइविंग लाइसेंस डीएल के लिए आवेदन करते हैं। आवेदकों की लिखित परीक्षा के बाद उनका ड्राइविंग टेस्ट होता है। अभी बगैर ड्राइविंग टेस्ट के ही आवेदकों को डीएल जारी किया जाता है लेकिन अब परिवहन विभाग ने ट्रैक निर्माण की कवायद शुरू कर दी है जिसके लिए एक करोड़ पचपन लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है और इसे जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इसके निर्माण के बाद विभाग केवल कुशल चालक और यातायात नियमों की पूरी जानकारी रखने वाले लोगों को ही डीएल जारी करेगा।

इन परीक्षाओं को करना होगा पास डीएल पाने के लिए लोगों को ट्रैफिक सिग्नल की पूरी जानकारी रखनी होगी। ऑनलाइन लिखित परीक्षा के बाद ड्राइविंग टेस्ट में उन्हें स्ट्रेट रैंप, इमरजेंसी ब्रेक, रिवर्स पार्किंग, फॉर्मेशन एट, ग्रेडिनेट टेस्ट आदि प्रक्रिया से गुजरना होगा। इससे परीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारी चालक की कुशलता को परखेंगे।

संभागीय परिवहन अधिकारीगुरुदेव सिंह ने बताया ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। ट्रैक बनने के बाद कुशल चालक और यातायात नियमों के जानकार लोगों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा।

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