दुनिया भर से 72 कवियों की 154 देशभक्ति कविताओं को इंदु नांदल (जर्मनी ) द्वारा संकलित एवं शुक्तिका प्रकाशन कोलकाता (पश्चिम बंगाल) द्वारा प्रकाशित विश्व कीर्तिमान स्थापित पुस्तक ‘वंदे मातरम्’ में सम्मिलित कवयित्री नीलम नेगी की उल्लेखनीय उपलब्धि है, पुस्तक में संकलित देश भक्ति से संबंधित रचनाओं में उनकी दो कविताएं “दो भारत ” एवं “ये कैसा गणतंत्र ” सम्मिलित की गई हैं.

बसते हैं ‘दो भारत’ इस देश में एक मज़बूरी लाचारी व बेबसी है जहां अवसरों की धूप नहीं चमकती प्रगति की एक बूंद नहीं टपकती वहाँ….

दूसरा भारत जहाँ शिक्षा रोज़गार और प्रतियोगिता के नित नये मानक बदलते गांवों से पलायन करते नौनिहाल शहरी परिवेश में रिश्तों रिवाजों को भूलते…

एक भारत जहाँ चाँद सितारों को छूकर ऊँचाइयों के गतिशील आयाम हैं बनते दूसरे भारत में आधारिक सुविधाओं से वंचित इंसान कूप मंडूक से,अभावग्रस्त,दिशाहीन बन भटकते…

आओ देश में बसते ‘दो भारत’ को एक बना दें अनीति अन्याय से दूर ऐसी जन जागृति जगा दें रहें सुरक्षित सभी संपन्न फलें और फूलें ऐसे गरिमामय और सुखमय विकास की अलख जगा दें….

नीलम नेगीअल्मोड़ा (उत्तराखंड) 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

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