( किसानों ने 20,500करोड़ से अधिक की धनराशि वितरण करने केकार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 20वीं किस्त जारी किए जाने के अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में एक विशेष एवं भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय राज्यमंत्री, सड़क परिवहन और राजमार्ग विभाग, नई दिल्ली अजय टम्टा जी दूरभाष के माध्यम से जुडे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अल्मोड़ा नगर निगम के महापौर अजय वर्मा जी एवं मुख्य अतिथि के प्रतिनिधि कैलाश गुरूरानी जी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारम्भ परिषद गीत से हुआ। इसके उपरान्त कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को खरीफ फसलों, मृदा परीक्षण, जैविक उर्वरक एवं कृषि यंत्रीकरण पर जानकारी दी गयी। तदुपरान्त वाराणसी में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा समृद्ध किसान विकसित भारत के उद्देश्य को परिपूर्ण करते हुए 9.70 करोड़ से भी अधिक कृषकों के बैंक खातों में रूपया 20,500 करोड़ से भी अधिक धनराशि हस्तान्तरित करने वाले कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा गया।
इसके बाद का सत्र दीप प्रज्जवलन कर आरम्भ किया गया।

संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकांत द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया तथा इस कार्यक्रम की प्रस्तावना से सभी आगंतुकों को अवगत कराया। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की उपयोगिता और इसके माध्यम से मिलने वाले लाभों की जानकारी दी तथा किसानों से इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की। साथ ही संस्थान द्वारा दी जा रही तकनीकी सहायता तथा नवाचारों की जानकारी भी साझा की। यह कार्यक्रम आभासी माध्यम से सम्पूर्ण देश में प्रसारित किया गया, जिसे लाखों किसानों ने देखा और सुना।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री अजय टम्टा जी ने दूरभाष से जुड़कर संस्थान को बधाई देते हुए कहा कि यह संस्थान किसानों की प्रगति हेतु सतत प्रयासरत है तथा समय-समय पर कृषि में नए अनुसंधानों से कृषकों को अवगत कराते हुए उनकी आय वृद्धि का माध्यम रहा है। उन्होंने इस ऐतिहासिक अवसर पर देश के अन्नदाताओं को नमन करते हुए बताया कि उत्तराखण्ड में इस प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना से अभी तक लगभग 8.19 लाख किसान लाभान्वित हो चुके है तथा उनके खातों में लगभग 182 करोड़ सहयोग राशि हस्तान्तरित की जा चुकी है जिनमें 2.5 करोड़ महिला कृषक भी शामिल है। मुख्य अतिथि के अनुसार यह हस्तान्तरित धनराशि कृषकों को बीज, खाद, सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने में एक राहत राशि के तौर पर कार्य करती है।
उन्हें इसके लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ता। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अल्मोड़ा नगर के महापौर श्री अजय वर्मा जी ने संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के विचार यदि किसान समृद्ध होगा तो देश समृद्ध होगा अत्यन्त प्रशंसनीय है। उन्होंने कृषकों से अनुरोध किया कि वे सरकार द्वारा जो भी मार्गदर्शन मिल रहा है उसे अपनाने की पहल करें। मुख्य अतिथि के प्रतिनिधि श्री कैलाश गुरूरानी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा दी जा रही यह सम्मान निधि देश के अन्तिम छोर के कृषकों को भी लाभान्वित कर रही है और उन्हें आर्थिक सम्बल मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों द्वारा कृषि में किए जा रहे आमूल परिवर्तन से कृषकों की स्थिति सुधर रही है और वे आर्थिक सुदृढ़ता पाने में सक्षम हो रहे है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय कृषकों की उत्साहजनक भागीदारी देखने को मिली। किसानों ने प्रधानमंत्री जी के संबोधन को ध्यानपूर्वक सुना और योजना की आगामी किस्तों को लेकर आशान्वित दिखाई दिए।
इस अवसर पर संस्थान के सभी वैज्ञानिक, अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ ही 177 अन्नदाता (45 महिलाएं तथा 132 पुरूष) भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुराधा भारतीय, वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. निर्मल कुमार हेडाउ, विभागाध्यक्ष द्वारा किया गया। इस पूर्ण कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकान्त के निर्देशन तथा डॉ. निर्मल कुमार हेडाउ, विभागाध्यक्ष, फसल सुधार, डॉ. कृष्ण कान्त मिश्रा, विभागाध्यक्ष, फसल सुरक्षा तथा डॉ. कुशाग्रा जोशी, प्रभारी, सामाजिक विज्ञान अनुभाग के समन्वयन में सफलतापूर्वक किया गया।


