( वरिष्ठ पत्रकारों की पेंशन निर्धारण योजना में नियमों में रियायत की जाने का अनुरोध किया)
उत्तराखंड राज्य गठन के रजत जयंती के अवसर पर अल्मोड़ा केपत्रकारों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा है। उत्तराखंड प्रेस क्लब अल्मोड़ा की ओर से भेजे गए ज्ञापन में मुख्य मंत्री को रजत जयंती के गौरवशाली मौके पर बधाई देते हुए याद दिलाया कि राज्य आंदोलन में पत्रकारों की अहम भूमिका रही है। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौर से पत्रकारिता करते आ रहे कई पत्रकार 60 से अधिक उम्र के पढ़ाव पर पहुंच गए हैं। लेकिन प्रदेश में लागू उत्तराखंड संकटग्रस्त वयोवृद्ध पत्रकार पेंशन योजना का उनमें से कई पत्रकारों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसमें 15 साल की लगातार मान्यता की बाध्यता का नियम इसमें रोड़ा बना हुआ है।
ज्ञापन के माध्यम से सीएम को यह भी अवगत कराया गया है कि जिला स्तर पर आम तौर पर एक अखबार के एक प्रतिनिधि को मान्यता मिलती है। जबकि ब्यूरो आफिस के संपादकीय विभाग में कई पत्रकार कार्य करते हैं। उनको मान्यता नहीं मिल वाली है। वहीं डेस्क में काम करने वाले पत्रकार भी इससे वंचित रहते हैं। ऐसे में पेंशन को लिए 15 साल की मान्यता का प्राविधान न्यायसंगत नहीं है। यह भी अवगत कराया है कि गत 22 मई 2005 को पांक सं० 87/सूएस लोसवि (प्रेस)-16/2015 के द्वारा शासनादेश संशोधन किया गया है। यह संशोधन भी व्यवहारिक नहीं है।
ज्ञापन में सीएम को सुझाव प्रेषित किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि योजना में शामिल किए जाने वाले पत्रकारों के लिए लगातार मान्यता अवधि अधिकतम 10 वर्ष रखे जाने तथा मान्यता से वंचित पत्रकारों को एक समयावधि निर्धारित कर उनके पत्रकारिता साक्ष्यों के आधार पर पेंशन योजना का लाभ दिया जाय। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस पेंशन योजना में मासिक आय भी तय है। इससे अधिक आय वाले स्वतः ही इस योजना से बाहर रहते हैं।
सीएम से पत्रकार हित में इस मामले में सहानुभूति पूर्वक विचार करने का अनुरोध किया गया है ताकि जीवन भर ईमानदारी से अपना दायित्व निभाने वाले पत्रकारों को जीवन के अंतिम दौर में जीवन निर्वाह में मदद मिल सके। जिलाधिकारी अलमोडा़ अंशुल सिंह के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन देने वालों में साठ साल की आयु पार करने वाले वरिष्ठ पत्रकार सुरेश तिवारी, राजेन्द्र सिंह रावत, जगदीश जोशी, संजय कुमार अग्रवाल सहित उत्तराखंड प्रैस क्लब अलमोडा़ के पदाधिकारियों सहित अनेक पत्रकार उपस्थित रहे।



















