दीपावली अवसर विशेष….

दीपोत्सव दीपों का हर्षित महापर्व मनायें
आओ पहले अंतर्मन का अंधकार मिटायें…

शुद्ध मन और प्रेम भाव से दीप जलायें
बाहर के जगमग प्रकाश को अपने भीतर लायें…

नित असंख्य दीप करते प्रकाशित जग को
क्यों न बस एक दीप सत्य समर्पण का जलायें…

परिवारों में न हो क्लेश हर घर में सुख शांति रहे
अधिकारों को भूल कुछ अपने कर्तव्य निभाऐं…

द्वेष के तम को प्रेम प्रकाश से आलोकित कर
मन आचार व्यवहार से समर्पण का भाव जगाएं…

पहले रूठे टूटे बिखरे मोती से रिश्तों को सजाऐं
फ़िर दिये दीप फुलझड़ी चकरी अनार जलायें…

निराश दिलों में आस जगा बैर में सदभाव जगायें
धर्म जाति भेदभाव के हर बंधन से ऊपर उठ जायें…

न रहे आज दृढ़ निश्चय कोई शुभ संकल्प अधूरा
राह भटकते मानव में..आओ थोड़ी मानवता जगायें…
— नीलम नेगी

आप सभी को प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई एवम् शुभकामनाएं 💐💐🙏

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