भाकृअनुप– विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में दि0 26.07.2023 को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), अल्मोड़ा की 20वीं बैठक का आयोजन संस्थान के निदेशक तथा नराकास के अध्यक्ष डॉ0 लक्ष्मी कान्त की अध्यक्षता में किया गया। इस बैठक में अल्मोड़ा नगर के केन्द्रीय सरकार के विभागां, कार्यालयों, उपक्रमों, सशस्त्र बलों तथा राष्ट्रीयकृत बैंकां के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।
डॉ0 जे0 के0 बिष्ट, विभागाध्यक्ष, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी, पीएमई ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उन्हें संस्थान की उपलब्धियों से अवगत कराया तथा कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की। तत्पश्चात सभी सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों द्वारा अपना परिचय दिया गया। इसके उपरान्त श्रीमती रेनू सनवाल, मुख्य तकनीकी अधिकारी द्वारा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की पिछली बैठक के बिन्दुओं पर की गई कार्यवाही प्रस्तुत की गयी तथा राजभाषा वार्षिक कार्यक्रम 2023-24 के बारे में अवगत कराया गया।
नराकास के अध्यक्ष एवं संस्थान के निदेशक डॉ0 लक्ष्मी कान्त ने सभी नराकास के सदस्यों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब का कर्त्तव्य हैं कि राजभाषा हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग किया जाय।
उन्होंने नराकास के उदेश्य प्रेरणा, प्रोत्साहन एवं सदभावना पर बल देते हुए कहा कि हमें सभी को हिन्दी में कार्य करने हेतु प्रेरित करना चाहिए तथा हिन्दी में अच्छा कार्य करने हेतु प्रोत्साहन देना चाहिए तथा हिन्दी का विकास सदभावना के उदेश्य से करना चाहिए। उन्होंने पिछली बैठक की समीक्षा करते हुए सभी सदस्य कार्यालयों से अनुरोध किया कि वे राजभाषा की वेबसाइट पर जल्दी से जल्दी पंजीकरण करवायें तथा राजभाषा विभाग को भेजी जाने वाली रिपोर्ट को भी समय पर प्रेषित करें। उन्होंने यूनिकोड एवं विभिन्न हिन्दी सॉफ्टवेयर की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार में सेवारत है अतः हमें राजभाषा अधिनियम के अन्तर्गत आने वाली सभी नियमों को अनुपालन करना चाहिए ताकि संसदीय समिति के निरीक्षण के दौरान उन्हें किसी प्रकार कठिनाई ना हो। उन्होंने सभी सदस्य कार्यालयों से आग्रह किया कि वे अगली बैठक में अपने-अपने संस्थान में हो रही हिन्दी की प्रगति पर दो मिनट का एक प्रस्तुतीकरण अवश्य दें। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कार्यालयों नामतः भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं. अल्मोड़ा, क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, रानीखेत, गोविन्द बल्लभ पन्त हिमालयी पर्यावरण एवं सतत् विकास संस्थान कोसी- कटारमल, अल्मोड़ा, भारतीय स्टेट बैंक, अल्मोड़ा, इन्डियन मेडिसिन्स फॉर्मेस्यूटिकल कॉपोरेशन लिमिटेड, (भारत सरकार का उद्यम) मोहान, जिला अल्मोड़ा, हस्तशिल्प बोर्ड, अल्मोड़ा से आये प्रतिनिधियों ने अपने कार्यालयों में हो रही हिन्दी प्रगति का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुतीकरण द्वारा दिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ0 प्रियंका खाती, वैज्ञानिक द्वारा किया गया तथा धन्यवाद प्रस्ताव डॉ0 कुशाग्रा जोशी, वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के प्रभागाध्यक्ष डॉ. निर्मल कुमार हेडाऊ, डॉ. कृष्ण कान्त मिश्रा, डॉ. बृज मोहन पाण्डे तथा संस्थान राजभाषा समिति के सदस्य डॉ. अमित पश्यापुर, श्रीमती राधिका आर्या एवं श्री ललित मोहन तिवारी भी उपस्थित थे।