( सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस पी एस बिष्ट ने आभार व्यक्त कर, प्रबुद्ध जनों से भी सहयोग की अपील की)
वैशाखी तथा शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि के शुभ अवसर पर सोबर सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के एल.एस. एम. परिसर पिथौरागढ़ में प्रो० कंचन पांडे उनकी धर्मपत्नी तथा प्रसिद्ध भू विज्ञानी पद्म भूषण स्व० खड्ग सिंह वल्दिया जी की धर्मपत्नी का आगमन हुआ, इस अवसर पर प्रो० कंचन पांडे जी द्वारा परिसर के भू-विज्ञान विभाग के पुस्तकालय हेतु सैकड़ों पुस्तकें प्रदान की तथा कहा कि भविष्य में भी परिसर के विकास में अपना योगदान देते रहेंगे।
प्रो० कंचन पांडे आइसोटोप भूविज्ञानी , भू-कालानुक्रमिक और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई के पृथ्वी विज्ञान विभाग के पूर्व प्रोफेसर हैं उन्हें भारतीय उपमहाद्वीप में महाद्वीपीय बाढ़ बेसाल्ट के विकास पर अपने अध्ययन के लिए जाना जाता है और वह राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, भारत के निर्वाचित फेलो हैं।
वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए भारत सरकार की सर्वोच्च एजेंसी, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया , जो पृथ्वी, वायुमंडल में उनके योगदान के लिए सर्वोच्च भारतीय विज्ञान पुरस्कारों में से एक है।
प्रो० कंचन पांडे जी द्वारा सीमांत क्षेत्र के विद्यार्थियों के हित में तथा परिसर के विकास हेतु किए गए अमूल्य सहयोग के लिए परिसर प्रशासन ने तहे दिल से प्रोफेसर कंचन पांडेय की पत्नी आभार व्यक्त कर जन मानस से भी इस तरह सहयोग की अपील की, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एस पी एस बिष्ट ने भी प्रोफेसर कंचन पांडेय की धर्मपत्नी को साधुवाद दिया, तथा जनमानस व प्रबुद्ध वर्ग से अपील की , छात्रहित में इस प्रकार का सहयोग करें।