क्वारब के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने डेंजर जोन को सुरक्षित करने के लिए भारत सरकार ने 86 करोड़ रुपये की बड़ी परियोजना स्वीकृत की है. इस परियोजना के तहत सुयाल नदी तल से सुरक्षा और एंकरिंग कार्य की शुरुआत 17.14 करोड़ रुपये की लागत से की गई है. हालांकि अब इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
NH अधिकारियों ने लगाई एजेंसी को फटकार
स्थानीय शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने निर्माण कार्य का बारीकी से जायजा लिया और कार्य में लापरवाही पाए जाने पर निर्माण एजेंसी को फटकार भी लगाई. निरीक्षण के दौरान एसई अनिल पांगती ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि निर्माण एजेंसी द्वारा बनाई गई एंकरिंग वाल को तोड़ दिया गया है.
लापरवाही बरतने वालों को दी चेतावनी
निरीक्षण के दौरान एसई अनिल पांगती ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि निर्माण एजेंसी द्वारा बनाई गई एंकरिंग वाल को तोड़ दिया गया है. उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि भविष्य में निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी. एसई पांगती ने अधीनस्थ अधिकारियों को भी समय-समय पर निरीक्षण करने और कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए.
संवेदनशील है क्वारब क्षेत्र
गौरतलब है कि क्वारब क्षेत्र सालों से भू-स्खलन और सड़क क्षति की दृष्टि से संवेदनशील रहा है, जिससे होकर गुजरने वाला अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग अकसर बाधित होता रहा है. ऐसे में इस परियोजना से स्थानीय लोगों और यात्रियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन गुणवत्ता पर सवाल उठना चिंता का विषय बन गया है


