बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, बालसाहित्य संस्थान तथा भारत ज्ञान विज्ञान समिति अल्मोड़ा द्वारा ज्ञान विज्ञान चिल्ड्रन एकैडमी हवलबाग में आयोजित 5 दिवसीय बाल विज्ञान मेले को संबोधित करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हवलबाग के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रंजन तिवारी ने बच्चों को संबांधित करते हुए कहा कि विज्ञान केवल प्रयोगशाला तक सीमित नहीं है। हमारे घर में हमारी मां प्रतिदिन रसोईघर मे विज्ञान के कई प्रयोग करती हैं। दैनिक जीवन में अन्य लोग भी विज्ञान के कई प्रयोग व्यवहार में लाते हैं। विज्ञान अपने आप में बहुत रोचक विषय है। उन्होंने कहा कि विज्ञान हमें क्यों कैसे तथा क्या जैसे सवाल करने के लिए प्रेरित करता है। हम सबको वैज्ञानिक सोच का अनुसरण करते हुए अंधविश्वास में जाने के बजाय क्यों कैसे तथा क्या सवाल उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए हमें वैज्ञानिक अवधारणा को जरूर समझना चाहिए। भारत ज्ञान विज्ञान समिति के ब्लाक संयोजक तथा ज्ञान विज्ञान चिल्ड्रन एकैडमी के प्रधानाचार्य अशोक पंत ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि कार्यशाला के समापन पर बाल कवि सम्मेलन होगा। बाल कवि सम्मेलन का संचालन तथा अध्यक्षता बच्चों द्वारा की जाएगी। प्रत्येक बच्चे की एक-एक हस्तलिखित पुस्तक तैयार की जाएगी। जिसकी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कार्यशला में बड़ी कक्षाओं के 110 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रांतीय उपाध्यक्ष नीरज पंत ने बच्चों को बाल कविताएं सुनाई। बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बच्चों को नुक्कड़ नाटक की बारीकियां समझाते हुए ‘मोबाइल टन टना टन टन’ की रिहर्सल कराई। नीरज पंत ने बाल कवि सम्मेलन के लिए बच्चों को तैयार किया। सर्वश्री जीवन सिंह , पीयूष धोनी , श्रीमती प्रियंका , श्री नीरज पंत ने बच्चों को समूह गीत तैयार कराए। आज बच्चों को पहाड़ा लिखो प्रतियोगिता, गिनती लिखो प्रतियोगिता तथा ह से प्रारंभ होने वाले शब्द लेखन प्रतियोगिता कराई गई। प्रतियोगिता में चयनित बच्चों को उपहार में बालसाहित्य की पुस्तकें दी गई। आज बच्चों ने हस्तलिखित पुस्तक के लिए निबंध, मेरे जीवन की घटना, यात्रा का वर्णन तथा चुटकुले लिखाए गए। आज अध्यक्ष मंडल में शुभांगी पंत , शालिनी मेहता ,इशिता मेहता , दिव्या आर्य , माही नेगी आदि बच्चों को शामिल किया गया। .तथा राहुल साह, भावना नेगी ने विगत दिवस की रिपोर्ट तैयार की। दीवार अखबार तैयार करने की जिम्मेदारी पलक मेहता, बरखा आर्या, रक्षिता नेगी,महक नेगी मानसी मेहता , निहारिका आर्या , कनिका आर्या , खुशी बिष्ट , तमन्ना आर्य , नीतू बिष्ट आदि बच्चों ने ली। आज बच्चों को तोता कहता है, जैसा मैं कहूं, नेताजी की खोज, कितना बड़ा पहाड़, पिज्जा हट आदि खेल कराए गए। इस अवसर पर रश्मि पंत, गीता मुस्युनी, गोविंद कुमार , पीयूष धोनी, जीवन सिंह , हेम सती , मुकेश कुमार , ममता जोशी, गीता नेगी , विमला मेहता , गीतांजलि पंत , शोभा बिष्ट .आदि उप.स्थित थे।
विज्ञान हमें क्या क्यों कैसे सवाल करने के लिए प्रेरित करते है। डा0रंजन तिवारी।
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