श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता केंद्र की स्थापना की गई है, जो ‘देवभूमि उद्यमिता योजना’ के तहत राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही है। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवा उद्यमियों को समर्थन प्रदान करना है, जिससे वे अपने विचारों को आगे बढ़ा सकें और उद्यमिता की दिशा में बढ़ावा प्राप्त कर सकें। श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, प्रोफेसर एन.के. जोशी ने बताया कि यह केंद्र नए उद्यमियों के लिए एक नया ऊर्जा स्रोत है और इससे उन्हें उद्यमिता क्षमता में सुधार होगा और उनके विचारों को वास्तविकता में बदलने का सामर्थ्य प्राप्त होगा। देवभूमि उद्यमिता केंद्र में विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें उद्यमिता शिक्षा, प्रशिक्षण, और आर्थिक समर्थन की सुविधाएं शामिल हैं।

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यह केंद्र छात्रों को व्यावसायिक क्षेत्रों में योग्यता प्राप्त करने में सहायक होगा। इससे नए उद्यमियों को समर्थन और मार्गदर्शन प्राप्त होगा, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

नोडल ऑफिसर, प्रोफेसर अनीता तोमर, ने बताया कि उन्होंने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद, के आयोजित ‘फैकल्टी मेंटरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम’ में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इसके माध्यम से, प्रोफेसर तोमर ने उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता बढ़ाने के लिए नए दृष्टिकोण और कौशल प्राप्त किए हैं।प्रोफेसर अनीता तोमर, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की नोडल ऑफिसर, ने बताया कि ‘देवभूमि उद्यमिता योजना’ का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड राज्य के युवा मनोबल को उद्यमिता की दिशा में बढ़ावा देना और युवा उद्यमियों को उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण, और आवश्यक संसाधनों के साथ समर्थन प्रदान करके उन्हें विभिन्न उद्यमिता क्षेत्रों के लिए प्रेरित करना है।

यह कार्यक्रम स्थानीय समुदायों में विकास को बढ़ावा देगा और युवा पीढ़ी को उद्यमिता के नवीन अवसर प्रदान करेगा। इस पहल के तहत, उद्यमियों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वे अपनी क्षमताओं को सुधारकर और नए आईडिया और नवीनतम तकनीक का उपयोग करके नए क्षेत्रों में कार्य कर सकें, जिससे उन्हें वित्तीय स्थिरता हासिल होगी।

देवभूमि उद्यमिता केंद्र, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में नए उद्यमियों को समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करने का कदम है, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। प्रोफेसर अनीता तोमर ने बताया कि उन्होंने 5 दिसम्बर से 10 दिसम्बर, 2023 तक भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद, के आयोजित ‘फैकल्टी मेंटरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम’ में उत्कृष्टता बढ़ाने के लिए नए दृष्टिकोण और कौशल प्राप्त किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, बूट कैम्प, प्रशिक्षण सत्र, और फंडिंग की संभावनाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे उद्यमिता की दिशा में जागरूकता बढ़ाई जाएगी और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जानकारी प्रदान की जाएगी। प्रोफेसर तोमर ने बताया कि मार्च 2024 तक उत्तराखंड के समस्त विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में 40 बूट कैम्प्स का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक कैंप में 250 छात्रों को उद्यमिता में प्रशिक्षण किया जाएगा। इन कैंपों के माध्यम से उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की दिशा में कौशल विकसित किए जाएंगे । इसके लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रोफेसर तोमर ने उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के साथ मिलकर, उत्तराखंड के युवा मानसिकता को प्रेरित करने और उन्हें सशक्त करने का कार्य करने का इरादा किया गया है। इसके तहत, विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, बूट कैम्प, प्रशिक्षण सत्र, और फंडिंग की संभावनाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे उद्यमिता की दिशा में जागरूकता बढ़ाई जाएगी और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि तीर्थस्थल ऋषिकेश योग नगरी है जहाँ पर उद्यम स्थापना के विभिन्न क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं।इस अवसर पर कैम्पस निदेशक प्रोफ़ेसर एम.एस. रावत ने बताया कि देवभूमि उद्यमिता विकास योजना राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल से यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं और स्थानीय लोग लाभान्वित होंगे, जो राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने में मदद करेगा। देव भूमि उद्यमिता केंद्र स्थापित होने पर शिक्षकों, छात्र-छात्रओं तथा स्थानीय लोगों में प्रसन्नता की लहर है।

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