अल्मोड़ा जनपद में गौवंश संरक्षण हेतु जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार पांडेय के प्रयास रंग लाए हैं। उत्तराखंड सरकार ने अल्मोड़ा जनपद के लिए 7 गौशालाएं स्वीकृत की हैं। इन सभी गौशालाओं की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति भी मिल चुकी हैं। जनपद में निराश्रित गौवंश के लिए जिलाधिकारी शुरू से ही प्रयासरत थे कि निराश्रित गायों के लिए आश्रय की व्यवस्था हो। उन्होंने इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजे थे। व्यक्तिगत रूप से उच्चाधिकारियों वार्ता की, जनपद में निराश्रित पशुओं की समस्या से उन्हें अवगत कराया तथा जनपद के लिए 7 गौशालाएं स्वीकृत कराई हैं ।
जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार पांडेय का कहना है कि अल्मोड़ा जिले में निराश्रित गौवंश के उत्पात के कारण बहुत से किसान खेती करने से बचने लगे थे। आए दिन उन्हें फसलों को नुकसान होने की शिकायतें प्राप्त होती थी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान भी निराश्रित पशुओं की समस्या सबसे बड़ी समस्या के रूप में उनके सम्मुख लोगों द्वारा रखी जाती थी। अब मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुसार शासन ने जनपद अल्मोड़ा के लिए 7 गौशालाएं स्वीकृत की हैं।
उन्होंने कहा कि इन गौशालाओं के बन जाने से जहां एक और निराश्रित पशुओं को आश्रय मिलेगा तो वहीं दूसरी और किसानों की मेहनत से तैयार की गई फसलें भी सुरक्षित रह सकेंगी। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद अल्मोड़ा के लिए स्वीकृत इन 7 गौशालाओं के लिए प्रथम किश्त के रूप में 229.5 लाख रुपए का बजट भी प्राप्त हो गया है। जल्द ही इन गौशालाओं के निर्माण के लिए कार्यदाई संस्थाओं को निर्देशित किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिन क्षेत्रों में गौशालाओं की स्वीकृति मिली है उनका विवरण निम्नानुसार है
-1. विकासखंड द्वाराहाट के अंतर्गत पटवारी क्षेत्र कुंवाली के ग्राम ऐना में ।
2. विकासखंड भैंसियाछाना के ग्राम डालाकोट में
3. विकासखंड भिकियासैंण पटवारी क्षेत्र मनीला के ग्राम रिखाड़ में।
4. विकासखंड ताकुला के ककराड़ में।
5. राजकीय चारा प्रक्षेत्र भैंसवाड़ा अल्मोड़ा में।
6. श्री गुरु कृपा गौ सुरक्षा समिति कसानीखेत जैखाल, देघाट में।
7. श्री नीम करौली महाराज गायत्री ट्रस्ट मासी मेंजिलाधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय को बधाई देने वालों का तांता लगा है।


