गरमपानी : गरमपानी में आवारा पशुओं, विशेष रूप से सांडों और गायों का आतंक इतना बढ़ गया है कि आम नागरिक, व्यापारी और पर्यटक हर पल खौफ में जी रहे हैं। यह समस्या अब सिर्फ ट्रैफिक जाम और गंदगी तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसने अब जानलेवा रूप ले लिया है। हाल ही में आवारा पशुओं के हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, और कुछ मामलों में दुर्भाग्यपूर्ण मौतें भी हुई हैं।

Advertisement

कारोबार और पर्यटन पर गहरा असर

​आवारा पशुओं की इस बेलगाम भीड़ से स्थानीय व्यापारी वर्ग और होटल कारोबारी सबसे ज्यादा परेशान हैं। बाजार की सड़कों पर घूमते पशुओं के कारण ग्राहक आने से कतराते हैं, जिससे रोजगार और व्यापार पर सीधा नकारात्मक असर पड़ रहा है।

प्रशासन की लापरवाही से बढ़ता गुस्सा

​स्थानीय लोगों का कहना है कि वे बार-बार स्थानीय प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या का कोई ठोस और स्थाई समाधान नहीं निकाला गया है। गौशालाओं की कमी और पशुओं को सड़कों पर छोड़ने की प्रवृत्ति ने इस स्थिति को और गंभीर बना दिया है।

​प्रशासन को तत्काल प्रभाव से पशुओं को पकड़ने का अभियान शुरू करने और उन्हें सुरक्षित गौशालाओं में रखने की आवश्यकता है। साथ ही, पशु मालिकों पर कड़ा जुर्माना लगाने की मांग भी जोर पकड़ रही है। अगर जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया गया, तो यह समस्या और भी बड़ा संकट पैदा कर सकती है।

Advertisement
Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad