उत्तराखंड के खटीमा के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में स्कूल की बच्चियों के साथ छेड़छाड़ का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। दरअसल हुआ कुछ यूं था कि खटीमा के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में छात्राओं की ड्रेस बनाई जानी थी ऐसे में पिछले हफ्ते खटीमा नगर के निजी कारखाने के एक सहायक कर्मचारी प्रतीक तिवारी के साथ ही उनके दो सहायकों को बुलाया गया था। इन दो सहायक दर्जियों का नाम मोहम्मद कामिल और मोहम्मद शकील हैं। जब ये स्कूल पहुंचे तो बच्चियों की ड्रेस का नाप लेने के बहाने उनके साथ छेड़खानी करने लगे। इस मामले को लेकर बच्चियों के परिजनों का कहना है कि आरोपी दर्जियों ने इस घटना को स्कूल कर्मचारियों के सामने ही अंजाम दिया लेकिन बावजूद इसके उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की।
परिजनों के हंगामें के बाद एक्शन
स्कूल प्रशासन की चुप्पी और घटना को एक हफ्ता गुजर जाने के बाद भी कार्यवाही न होने से गुस्साए परिजनों द्वारा स्कूल में जमकर हंगामा किया जा रहा है। अब परिजनों के गुस्से और मामले पर बढ़ते बवाल को देखने के बाद इस मामले में कार्यवाही हुई है। इस मामले में दोनों दर्जियों को पुलिस हिरासत भेजा गया है। वहीं, छेड़छाड़ होते देख रहे कर्मचारियों पर भी स्कूल प्रशासन ने लापरवाही के लिए एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है।
मौके पर मौजूद थे ये लोग
बताया जा रहा है कि जब स्कूल की छात्राओं के साथ ड्रेस का नाम लेने के नाम पर ये छेड़छाड़ हो रही थी उस वक्त वहां स्कूल के तीन कर्मचारी मौजूद थे। इन स्कूल कर्मचारियों के नाम अशोक आर्य, ममता खोलिया और चंद्रशेखर बताए जा रहे हैं। अब इस मामले पर बढ़ते बवाल के बीच उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने दोषी दर्जियों और लापरवाही बरतने वाले स्कूल स्टाफ पर कार्यवाही का भरोसा दिलाया है। उप जिलाधिकारी ने मामले में सीसीटीवी कैमरे की जांच के लिए भी कहा है।