उन्होंने अधिकारियों से बस टर्मिनल को स्वच्छ और आधुनिक बनाए जाने के साथ ही दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में क्रैश बैरियर और सड़कों के किनारे वृक्षारोपण करवाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वाहनों की फिटनेस का ध्यान रखा जाए।
वाहन चालकों के प्रशिक्षण और मेडिकल की भी सुमुचित व्यवस्था की जाए। यातायात नियमों के प्रति लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए।
जन सुरक्षा की दृष्टि से पर्वतीय क्षेत्रों में नए वाहनों की व्यवस्था की जाए। उत्तराखण्ड में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में हर साल तेजी से वृद्धि हो रही है। राज्य में जो भी नए बस टर्मिनल बनाए जा रहे हैं, उनमें यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाया जाए। सभी बस टर्मिनल पर स्वच्छता, पेयजल और अन्य मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि उत्तराखण्ड परिवहन निगम की वित्तीय स्थिति में पिछले दो साल में लगातार सुधार आया है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में निगम को 29.06 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था जबकि इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 27 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।इस अवसर पर उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण समिति श्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव परिवहन श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, एमडी उत्तराखण्ड परिवहन निगम डॉ. आनंद श्रीवास्तव, परिवहन विभाग और परिवहन निगम के अधिकारी उपस्थित थे।